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आठ किलोमीटर घूमकर गन्ना ला रहे किसान

अपनी ही ग्राम सभा में चीनी मिल होने के बावजूद किसानों को लगभग आठ किलोमीटर घूमकर गन्ना ले जाना पड़ रहा है। वहीं रेलवे द्वारा दिये गये वैकल्पिक मार्ग की भी दुर्दशा है। कुछ दिन पहले ही एक ट्रैक्टर ट्रॉली पलट चुकी है। ट्रैक्टर ट्रॉलियों का वहां से निकलना दूभर हो गया है जिससे आधा दर्जन से अधिक गांवों के किसान दुखी हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 06:43 PM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 06:08 AM (IST)
आठ किलोमीटर घूमकर गन्ना ला रहे किसान
आठ किलोमीटर घूमकर गन्ना ला रहे किसान

जागरण संवाददाता, पीलीभीत: अपनी ही ग्राम सभा में चीनी मिल होने के बावजूद किसानों को लगभग आठ किलोमीटर घूमकर गन्ना ले जाना पड़ रहा है। वहीं रेलवे द्वारा दिये गये वैकल्पिक मार्ग की भी दुर्दशा है। कुछ दिन पहले ही एक ट्रैक्टर ट्रॉली पलट चुकी है। ट्रैक्टर ट्रॉलियों का वहां से निकलना दूभर हो गया है, जिससे आधा दर्जन से अधिक गांवों के किसान दुखी हैं।

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यूं तो शाहजहांपुर-पीलीभीत रेल लाइन पर बनाये गये कई अंडरपास ग्रामीण क्षेत्र की जनता के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं, लेकिन इसमें किसानों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीलीभीत-शाहजहांपुर सेक्शन एल सी 14 अंडरपास पर काम के चलते ग्रामीणों को दिये गये वैकल्पिक मार्ग का हाल यह है कि वहां से ट्रैक्टर ट्रॉलियों का लिकलना बंद हो गया है। हालात यह है कि अभी 4-5 दिन पहले मचवाखेड़ा के संतोष कश्यप की धान के लांक से भरी ट्रॉली वहां पर पलट चुकी है। इस रास्ते पर पड़ने वाले गांव गुलरा, बरगदा, डंडिया राजे, खंजरिया, पचपेड़ा, फूटा कुआं, कुर्रैय्या आदि गांवों के किसान अपना गन्ना इसी रास्ते से लेकर जाते थे, जबकि अब इन सब गांवों के किसान अपना गन्ना सीधे न लाकर दौलतपुर रोड होते हुए बरखेड़ा ले जाते हैं, तब वहां से वापस शुगर फैक्ट्री आते हैं। इसमें ग्राम गुलरा तो उसी गांव का हिस्सा है, जिसमें बरखेड़ा शुगर फैक्ट्री है, लेकिन बावजूद इसके गुलरा गांव के किसानों को लगभग 8 किमी घूमकर अपना गन्ना शुगर फैक्ट्री पहुंचाना पड़ रहा है। फोटो 19 पीआईएलपी 23

-रेलवे के वैकल्पिक मार्ग की दशा बहुत खराब है, जिसके चलते हमारी ही ग्रामसभा में शुगर फैक्ट्री होने के बावजूद किसानों को गन्ना 8 किलोमीटर घूमकर ले जाना पड़ता है। - नरेश मिश्र, ग्राम गुलरा फोटो 19 पीआईएलपी 30

क्षेत्र के आधा दर्जन से ज्यादा गांवों के किसान गन्ने की ढुलाई गांव से सीधे बरखेड़ा करते थे, लेकिन अंडरपास निर्माण के चलते वैकल्पिक मार्ग बंद होने से दिक्कत उठानी पड़ रही है।

-कंडारी लाल, ग्राम प्रधान अभी तक इस समस्या की जानकारी नहीं है। मामले की जानकारी कर समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।

-राजेन्द्र सिंह, पीआरओ पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल बरेली


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