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सौ रुपये के स्टांप की किल्लत, जरूरतमंद परेशान

भौतिक स्टांप पेपर की बिक्री पर रोक लगने का सीधा असर तहसीलों में देखा जा रहा है। सौ रुपये स्टांप पेपर की दो सप्ताह से किल्लत बनी है। जरूरतमंद लोग रोजाना ही चक्कर लगाकर लौटने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 11:17 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 11:17 PM (IST)
सौ रुपये के स्टांप की किल्लत, जरूरतमंद परेशान
सौ रुपये के स्टांप की किल्लत, जरूरतमंद परेशान

पीलीभीत,जेएनएन : भौतिक स्टांप पेपर की बिक्री पर रोक लगने का सीधा असर तहसीलों में देखा जा रहा है। सौ रुपये स्टांप पेपर की दो सप्ताह से किल्लत बनी है। जरूरतमंद लोग रोजाना ही चक्कर लगाकर लौटने को मजबूर हैं। वहीं राजकीय कोषागार की ओर से फिलहाल इस समस्या का समाधान नहीं होने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि स्टांप की डिमांड भेजी जा चुकी है,लेकिन नासिक से ही आपूर्ति नहीं हो रही है। ई स्टांपिग को बढ़ावा देने के लिए सरकार की तरफ से भौतिक स्टांप पेपर बंद किए जा रहे हैं, जिससे ढुलान और छपाई में राजस्व को बचाने के साथ इसे प्रभावी तरीके से इसे लागू किया जा सके। भौतिक स्टांप की किल्लत के कारण स्टांप विक्रेता भी मायूस दिखाई दे रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक जनपद में सौ रुपये के स्टांप की हर माह लगभग पच्चीस हजार खपत होती है।

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पूरनपुर: तहसील के एक स्टांप विक्रेता ने बताया कि यहां करीब 15 स्टांप विक्रेता हैं जिनके पास पांच, छह दिन से सौ रुपये के स्टांप नहीं है। कई बार डिमांड भेजी जा चुकी है लेकिन स्टांप उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले ट्रेजरी तहसील मुख्यालय पर थी जिसको बंद कर दिया गया है। अब पीलीभीत ट्रेजरी से स्टांप लाने पड़ रहे है। भौतिक स्टांप के लिए धनराशि बैंक में जमा करने पर प्रबंधक हाथ खींच रहे हैं। वह ई स्टांपिग लागू होने की बात कहते हुए धन जमा करने में आना कानी कर रहे हैं। भौतिक स्टांप पर अच्छी कमीशन मिल जाती है। ई स्टांपिग पर बेहद कम कमीशन है। ई स्टांपिग शुरू करने में कम्प्यूटर, इंवर्टर, बैट्रा, मशीन आदि खरीदकर लगाने में एक लाख रुपये का खर्च आ रहा है। कमीशन भी बेहद कम है। ई स्टांपिग के लिए सामान क्रय कर लिया है।

बीसलपुर: तहसील में 100 रुपये वाले स्टांप उपलब्ध न होने से जरूरतमंदों को भटकना पड़ रहा है। साथ ही निर्धारित मूल्य से अधिक दामों में इसकी खरीद करने को मजबूर होना पड़ रहा है। यहां 100 वाला स्टांप 150 में बिक्री हो रहा है। तहसील में 14 स्टांप वेंडर हैं। किसी भी वेंडर के पास 100 के स्टांप उपलब्ध नहीं हैं। एसडीएमचंद्रभानु सिंह ने बताया कि उन्हें स्टांप बिक्री के बारे में कोई खास जानकारी नहीं है तहसीलदार बताएंगे। तहसीलदार आशुतोष कुमार ने बताया कि स्टांप विक्रेताओं को निर्धारित मूल्य पर ही स्टांप बिक्री किए जाने के निर्देश दिए गए हैं । ---वर्जन---

दो हफ्ते से सौ रुपये के स्टांप उपलब्ध नहीं है। यहां से बरेली डिपो के लिए डिमांड भेजी जा चुकी है. लेकिन नासिक से ही स्टांप आपूर्ति नहीं हुए हैं। कब तक उपलब्ध हो सकेंगे। इस बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता।

-रेनू बौद्ध, राजकीय कोषाधिकारी


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