यमुना एक्सप्रेस वे पर बढ़े वाहन, कम हुए हादसे
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने के लिए किए गए उपाय कारगर साबित हुए
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: यमुना एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने के लिए किए गए उपाय कारगर साबित हुए हैं। जनवरी से अप्रैल के बीच एक्सप्रेस वे पर हुई मौतों में चालीस फीसद की कमी आई है। हादसों में भी करीब पचास फीसद की कमी आई है। हालांकि एक्सप्रेस वे पर गुजरने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा से आगरा तक यमुना एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया। एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने के लिए किए गए उपायों की जेवर टोल प्लाजा पर उन्होंने समीक्षा की।
ग्रेटर नोएडा से आगरा तक यमुना एक्सप्रेस वे शुरुआत से हादसों को लेकर चर्चित रहा है। हादसे रोकने के लिए यमुना प्राधिकरण ने केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान व राइट्स से सर्वे कराया था। उनके द्वारा दिए गए सुझावों को एक्सप्रेस वे पर लागू कराया गया है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं।
बॉक्स
रफ्तार पर अंकुश से कम हुए हादसे
एक्सप्रेस वे पर हादसे की सबसे बड़ी वजह रफ्तार है। इस पर अंकुश के लिए ई चालान को प्रभावी बनाने के साथ कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है। इससे वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगा है और एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसों में कमी आई है। जनवरी 2017 से अप्रैल 2017 के बीच एक्सप्रेस वे पर 312 हादसे हुए थे। इस वर्ष जनवरी से अप्रैल के बीच हादसों का आंकड़ा 162 रहा है। हादसे में मौत का आंकड़ा भी चालीस फीसद घट गया है। जनवरी से अप्रैल 2017 के बीच 50 मौत की तुलना में इस साल के शुरुआती चार माह में तीस मौत हुई हैं। घायलों की संख्या भी 519 की तुलना में 390 रही।
बॉक्स एक्सप्रेस वे पर बढ़ रही वाहनों की संख्या
यमुना एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले वाहनों की संख्या साल दर साल बढ़ रही है। जनवरी 2017 में एक्सप्रेस वे पर औसतन प्रतिदिन 50986 वाहन गुजरे। इस जनवरी में यह आंकड़ा 53034 पहुंच गया और अप्रैल 2018 में प्रतिदिन औसतन एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले वाहनों की संख्या 64958 पहुंच गई। सुप्रीम कोर्ट की समिति कर रही निगरानी
एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने के लिए किए जा रहे उपायों की निगरानी सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति कर रही है। समिति ने मंगलवार को दिल्ली में हुई बैठक में प्राधिकरण को एक्सप्रेस वे का सेफ्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिए हैं।
बॉक्स
औद्योगिक विकास मंत्री ने किया निरीक्षण
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा से आगरा तक यमुना एक्सप्रेस वे पर निरीक्षण किया। उन्होंने एक्सप्रेस वे पर हादसे रोकने के लिए किए गए इंतजामों को देखा और यमुना प्राधिकरण व संचालन कंपनी जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। एक्सप्रेस वे के सुरक्षा उपायों के बारे में जेवर टोल प्लाजा पर औद्योगिक विकास मंत्री को प्रस्तुतीकरण दिया गया। एंबुलेंस, पेट्रो¨लग वाहन, क्रेन, फायर टेंडर, प्राथमिक उपचार की सुविधा आदि के बारे में जानकारी दी गई। मंत्री ने एक्सप्रेस वे पर वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए साइनेज आदि बढ़ाने व केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान एवं राइट्स के सुझावों को पूरी तरह से लागू कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीईओ डा. अरुणवीर ¨सह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया, जीएम प्रोजेक्ट देवेंद्र बालियान समेत जेपी इंफ्राटेक के अधिकारी मौजूद रहे। बॉक्स
एक्सप्रेस वे पर हादसों की स्थिति
समय सीमा हादसे मौत
अगस्त से दिसंबर 2012 280 33
जनवरी से दिसंबर 2013 896 118
जनवरी से दिसंबर 2014 771 127
जनवरी से दिसंबर 2015 919 143
जनवरी से दिसंबर 2016 1219 133
जनवरी से दिसंबर 2017 763 145
जनवरी से अप्रैल 2018 162 30
एक्सप्रेस वे पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इनके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। दुर्घटनाएं और उनमें होने वाली मौतों में कमी आई है।
डा. अरुणवीर ¨सह, सीईओ यमुना प्राधिकरण