मास्टर प्लान 2041 में लॉजिस्टिक एवं वेयर हाउस का केंद्र बनेगा यमुना प्राधिकरण
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा मास्टर प्लान 2041 में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र लॉजिस्टिक हब एवं वेयर हाउस का बड़ा केंद्र होगा। प्राधिकरण इसके लिए बुलंदशहर व गौतमबुद्ध नगर के 21 गांवों को मास्टर प्लान में शामिल करेगा। यह लॉजिस्टिक हब चोला रेलवे स्टेशन से जुड़ा होगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने-जाने वाला माल रेलवे के जरिये देश के हर कोने में पहुंच सकेगा।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : मास्टर प्लान 2041 में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र लॉजिस्टिक हब एवं वेयर हाउस का बड़ा केंद्र होगा। प्राधिकरण इसके लिए बुलंदशहर व गौतमबुद्ध नगर के 21 गांवों को मास्टर प्लान में शामिल करेगा। यह लॉजिस्टिक हब चोला रेलवे स्टेशन से जुड़ा होगा। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने-जाने वाला माल रेलवे के जरिये देश के हर कोने में पहुंच सकेगा।
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड 2041 का मास्टर प्लान तैयार कर रहा है। इसके लिए बोर्ड ने एनसीआर के विकास प्राधिकरणों से सुझाव मांगे थे। यमुना प्राधिकरण इस मास्टर प्लान में अपने क्षेत्र को लॉजिस्टिक हब के तौर पर नियोजित करने की योजना तैयार कर रहा है। बुलंदशहर जिले के तहत आने वाले चोला रेलवे स्टेशन से जेवर एयरपोर्ट के बीच आने वाले गांवों को मास्टर प्लान में लॉजिस्टिक हब एवं वेयर हाउस के लिए चिह्नित किया जाएगा। अभी यह हरित क्षेत्र में अंकित है। 12 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा लॉजिस्टिक हब
यमुना प्राधिकरण गौतमबुद्ध नगर एवं बुलंदशहर के 21 गांवों को मास्टर प्लान 2041 में लॉजिस्टिक हब एवं वेयर हाउस के लिए आरक्षित करेगा। यह क्षेत्र करीब 12 हजार हेक्टेयर का चोला रेलवे स्टेशन व जेवर एयरपोर्ट के बीच होगा। एयरपोर्ट के कारण यहां सड़क जैसी ढांचागत सुविधा का पहले से विकास प्रस्तावित है। चोला स्टेशन से देश में कहीं भी सामान की ढुलाई संभव होगी।
कार्गो में जेवर एयरपोर्ट की होगी बड़ी हिस्सेदारी
जेवर एयरपोर्ट के लिए कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई थी कि आइजीआइ एयरपोर्ट दिल्ली को सबसे अधिक कार्गो गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर से मिलता है। जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने से दोनों जिलों के साथ-साथ पश्चिम उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से भी कार्गो मिलेगा। इससे जेवर एयरपोर्ट से कार्गो की आवाजाही अधिक होगी। लॉजिस्टिक हब व वेयर हाउस को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
एनसीआर प्लानिग बोर्ड को भेजा जा चुका है 2031 का मास्टर प्लान
यमुना प्राधिकरण 2031 के मास्टर प्लान को मंजूरी के लिए एनसीआर प्लानिग बोर्ड को पहले ही भेज चुका है। इसमें चार नए सेक्टर प्रस्तावित किए गए हैं। यह सेक्टर इलेक्ट्रॉनिक्स, एविएशन उद्योग से जुड़ी गतिविधियों के लिए आरक्षित किए गए हैं।
यमुना प्राधिकरण में बुलंदशहर एवं गौतमबुद्ध नगर के अधिसूचित कुछ गांवों को मास्टर प्लान 2041 में लॉजिस्टिक हब एवं वेयर हाउस के लिए आरक्षित किया जाएगा। चोला रेलवे स्टेशन व जेवर एयरपोर्ट के बीच आने वाले गांव इसमें शामिल होंगे। एयरपोर्ट शुरू होने पर लॉजिस्टिक हब व वेयर हाउस यहां की बड़ी जरूरत होगी।
डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण