बिजली के तारों की चिंगारी से 21 बीघा गेहूं की फसल जली
दादरी तहसील के बसंतपुर गांव में बिजली के तारों की चिगारी से लगी आग में पूर्व विधायक समेत करीब तीन किसानों की 21 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। सूचना देने के बाद भी दमकल विभाग का कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। आसपास के किसानों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया लेकिन तब तक करीब 21 बीघा गेहूं की फसल पूरी तरह स्वाहा हो चुकी थी। बसंतपुर गांव निवासी व
संवाद सहयोगी, दादरी: दादरी तहसील के बसंतपुर गांव में बिजली के तारों की चिगारी से लगी आग में पूर्व विधायक समेत करीब तीन किसानों की 21 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। सूचना देने के बाद भी दमकल विभाग का कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। आसपास के किसानों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक करीब 21 बीघा गेहूं की फसल पूरी तरह स्वाहा हो चुकी थी।
बसंतपुर गांव निवासी व पूर्व विधान परिषद सदस्य जगवीर सिंह विकल, किसान संजय व अजयपाल के खेतों में गेहूं की फसल कटने के लिए तैयार खड़ी थी। शुक्रवार दोपहर 11 बजे खेतों के ऊपर से गुजर रही 11 हजार वोल्टेज की बिजली के तारों से निकली चिगारी से आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं। आग की लपटें देख गेहूं की फसल काट रहे किसान व मजदूरों में भगदड़ मच गई। आसपास के किसान व ग्रामीणों ने दमकल विभाग को सूचना देकर आग बुझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना के बाद भी घंटों तक दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर नहीं पहुंची। तेज हवा के बीच किसानों ने मिट्टी व पानी से आग बुझाने का नाकाम प्रयास किया। आग लगने से जगवीर सिंह विकल की पंद्रह बीघा फसल, संजय व अजयपाल की करीब छह बीघा गेहूं की फसल राख में बदल गई। हालांकि ग्रामीणों की सूझबूझ से अन्य किसानों के खेतों तक आग नहीं पहुंच सकी, अन्यथा सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा गेहूं की फसल बर्बाद हो सकती थी। ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार शिकायत के बाद भी खेतों के ऊपर से गुजर रही बिजली के तारों को नहीं हटाया जा रहा है। हर वर्ष किसानों की हजारों बीघा इसी तरह जल जाती है और किसानों की वर्ष भर की मेहनत का फल नहीं मिलता।