एससीएसटी आयोग को पत्र लिखकर विशेष जांच प्रकोष्ठ से जांच कराने की मांग
निलंबित एडीएम और सेवानिवृत्त कर्नल विवाद मामले में उत्तर प्रदेश एससी-एसटी आयोग से शिकायत की गई है। दो सितंबर को निलंबित एडीएम की पत्नी ने आयोग को पत्र लिखकर इस मामले की जांच स्थानीय पुलिस से हटा कर विशेष जांच प्रकोष्ठ से कराने की मांग की है। जिसके बाद एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष ने इस मामले में पुलिस महानिदेशक विशेष जांच प्रकोष्ठ यूपी से इस मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी से करा कर 27 सितंबर तक रिपोर्ट मांगी है।
जागरण संवाददाता, नोएडा : निलंबित एडीएम और सेवानिवृत्त कर्नल विवाद मामले में उत्तर प्रदेश एससीएसटी आयोग से शिकायत की गई है। दो सितंबर को निलंबित एडीएम की पत्नी ने आयोग को पत्र लिखकर मामले की जांच विशेष जांच प्रकोष्ठ से कराने की मांग की है। इसके बाद एससीएसटी आयोग के अध्यक्ष ने पुलिस महानिदेशक विशेष जांच प्रकोष्ठ यूपी से मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी से कराकर 27 सितंबर तक रिपोर्ट मांगी है।
आयोग को लिखे पत्र में निलंबित एडीएम की पत्नी ने कहा कि 14 अगस्त को वह पार्क में टहलने गई थीं। इस दौरान सेवानिवृत्त कर्नल द्वारा उनके साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता की गई। तीन अन्य व्यक्तियों के साथ उनका अपहरण करने की कोशिश की गई। इस मामले में उनके द्वारा कोतवाली सेक्टर 20 में एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कराया गया। निलंबित एडीएम की पत्नी का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर उन लोगों पर दबाव बनाने के लिए गलत तथ्यों के साथ उनके और उनके परिवार के लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज करा दिया। मालूम हो कि निलंबित एडीएम का परिवार सेक्टर 29 स्थित मकान के प्रथम तल पर रहता है। उसी मकान के ग्राउंड फ्लोर पर सेवानिवृत्त कर्नल रहते हैं। 14 अगस्त को घर के सामने पार्क में हुए विवाद के बाद एडीएम की पत्नी ने सेवानिवृत्त कर्नल के खिलाफ केस दर्ज कराया था और सेवानिवृत्त कर्नल की गिरफ्तारी हुई थी। हालांकि, बाद में उन्हें जमानत मिल गई। इस मामले में सेवानिवृत्त कर्नल ने भी निलंबित एडीएम, उनकी पत्नी सहित कुछ अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज करा रखा है। दोनों मामले की जांच एसपी क्राइम कर रहे हैं।