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सेक्टर में महिलाएं खुद को सुरक्षित नहीं करती महसूस

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का नारा देना और बेटियों को समाज में सुरक्षा देना दोनों ही अलग-अलग मुद्दे हैं। शहर में छेड़खानी सब से बड़ी परेशानी बन कर उभर रही है। बहुत सारे कड़े कानूनों के बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा। सेक्टर-33 में रहने वाली महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती। महिलाओं को सबसे अधिक डर स्नै¨चग व छेड़खानी से लगता है

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Oct 2018 09:10 PM (IST)Updated: Fri, 19 Oct 2018 09:10 PM (IST)
सेक्टर में महिलाएं खुद को सुरक्षित नहीं करती महसूस
सेक्टर में महिलाएं खुद को सुरक्षित नहीं करती महसूस

जागरण संवाददाता, नोएडा : बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देना और बेटियों को समाज में सुरक्षा देना दोनों ही अलग-अलग मुद्दे हैं। शहर में छेड़खानी सबसे बड़ी परेशानी है। बहुत सारे कड़े कानूनों के बाद भी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा। सेक्टर-33 में रहने वाली महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती। महिलाओं को सबसे अधिक डर स्नै¨चग व छेड़खानी से लगता है। शाम होते ही सेक्टर-33 की मदर डेयरी वाली रोड व सेक्टर-34 व 35 की मेन रोड पर आए दिन कई घटनाएं होती रहती हैं। इन सड़कों पर निवासियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगवाए गए हैं। बता दें कि इन सेक्टर में हजारों परिवार रह रहें हैं। चोरी और स्नै¨चग की समस्या से परेशान महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करती। रात के समय पुलिस गश्त तो होती है, लेकिन बावजूद इसके यहां अपराध के मामले कम होते नहीं दिख रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कुछ साल पहले ही यहां से कार सवारों ने एक लड़की को सड़क से उठाकर गाड़ी में धकेल लिया था। बाद में पुलिस ने इसका पर्दाफाश भी किया था। लेकिन इलाके में कई गैंग सक्रिय होने की वजह से पूरी तरह से राहत नहीं मिली है। अगर सेक्टर-34 से 35 की रोड पर सीसीटीवी कैमरे लग जाएं तो काफी हद तक चोर और स्नेचरों को पकड़ने में मदद मिलेगी। कैमरे न लोगे होने से बाइकर्स चेन स्नै¨चग की वारदात को अंजाम दे रहे हैं।

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मुस्कान अभी कुछ दिनों पहले ही यहां पर पुलिस चौकी बनी है। पुलिस गश्त बढ़ाने से व रात के समय नियमित पुलिस गश्त हो तो चोरी की वारदातों में कमी आ सकती है। महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरुरत हैं।

धर्मेंद्र शर्मा सेक्टर 33 मदर डेयरी के पास से अपनी बेटी के साथ गुजरते हुए भी डर बना रहता हैं। पुलिस को स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर आपसी-तालमेल बैठाने की जरूरत है। इसके आलावा मनचलों पर शिकंजा कसने के लिए शाम के समय यहां पर महिला पुलिस की तैनाती होनी चाहिए।

-गीता

मैं पिछले 15 वर्षो सेक्टर 33 में रह रही हूं। सेक्टर 33, 34 और 35 में स्ने¨चग चोरी की समस्या नियमित हो गई है। एनटीपीसी में 2 गार्डो की नियुक्ति के बाद थोड़ी राहत मिली हैं। यहां से गुजरते समय महिलाओं पर अश्लील कमेंट्स किए जाते हैं। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसा जाना चाहिए।

-अदिति


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