संशोधित : केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल कर दो करोड़ ऐंठने की कोशिश, युवती गिरफ्तार
चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा का एक वीडियो बना ब्लैकमेल कर दो करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश चल रही थी। सोमवार दोपहर डिमांड के लिए लेटर लेकर मंत्री के सेक्टर 27 स्थित दफ्तर पहुंची युवती को सूचना के आधार पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़ी गई युवती प्रतिनिधि न्यूज चैनल में पत्रकार रह चुकी है। उसके पास से एक टैब व हिडेन कैमरा भी मिला। टैब में मंत्री से बातचीत का एक वीडियो मिला है। कोतवाली सेक्टर 20 में इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को चुनाव में सहयोग करने की बातचीत का स्टिग कर बंद हो चुके प्रतिनिधि चैनल के संचालक आलोक कुमार ने दो करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश की। सोमवार दोपहर उसने मांग पत्र के साथ चैनल की पूर्व पत्रकार नीशू को सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल में भेजा। पत्र में सोमवार शाम तक 45 लाख रुपये व बुधवार तक कुल दो करोड़ रुपये देने की बात लिखी गई थी। पत्र मिलते ही डॉ महेश शर्मा ने एसएसपी वैभव कृष्ण को इसकी जानकारी दे दी। एसएसपी तमाम अधिकारियों के साथ अस्पताल पहुंचे। नीशू को हिरासत में लेकर पूछताछ हुई। उसके पास से एक टैब व हिडेन कैमरा मिला। टैब में डॉ महेश शर्मा की आलोक से बातचीत का एक वीडियो मिला है। वीडियो 20 मिनट का है। जिसमें आलोक केंद्रीय मंत्री को चुनाव में वाहन व कर्मचारी दिलाने की बात कह रहा है। कोतवाली सेक्टर 20 में डा. महेश शर्मा के भाई अजय शर्मा की शिकायत पर आलोक कुमार, खालिद और नीशू के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली गई। आलोक व खालिद फरार हैं, जबकि नीशू को गिरफ्तार कर लिया गया। कोड वर्ड में बात करने के आग्रह को बनाया आधार
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि नीशू के पास से बरामद वीडियो में कुछ खास आपत्तिजनक नहीं है। आलोक चुनाव में वाहन और कर्मचारी दिलाने की बात कर रहा है। इस दौरान डॉ महेश शर्मा एक जगह कह रहे हैं कि कोड वर्ड में बात करो। इसी को आलोक ने उनके खिलाफ बड़ा हथियार मान लिया। इसके आधार पर वह ब्लैकमेल कर रहा था। पैसा न देने पर वीडियो को मीडिया में जारी करने की धमकी दे रहा था। दिल्ली-एनसीआर के आधा दर्जन नेताओं को बनाया निशाना
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि आलोक, नीशू के साथ इस गैंग में पांच या छह लोग हैं। नीशू ने पूछताछ में बताया कि गैंग ने दिल्ली एनसीआर के आधा दर्जन नेताओं का स्टिग किया है। एक नेता को ब्लैकमेल कर उगाही भी हुई है। हालांकि, इसकी पूरी सत्यता आलोक कुमार के गिरफ्तार होने के बाद सामने आएगी। चैनल चलाने की फिराक में भी था आलोक
वैभव कृष्ण ने बताया कि आलोक कुमार का चैनल नोटबंदी के कुछ समय बाद बंद हो गया। वह नेताओं को ब्लैकमेल कर चैनल में भी पैसा लगाने का दबाव बनाता था। डॉ महेश शर्मा को भी चैनल में 6-7 करोड़ रुपये लगाने को कहा। इससे उन्होंने इन्कार कर दिया था। वैभव कृष्ण ने बताया कि वीडियो 24 मार्च को बनाया गया है। वीडियो बनाने के बाद आलोक कुमार ने फोन पर भी केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी। जिसे उन्होंने मजाक में टाल दिया था। सोमवार को भी करना चाह रही थी स्टिग
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि युवती सोमवार को भी बातचीत कर स्टिग करना चाह रही थी। इसी कारण वह हिडेन कैमरा लगाकर गई थी।