साढ़े तीन लाख बच्चों को खिलाई जाएगी पेट के कीड़े मारने की दवा
जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना काल में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर संबंधित विभाग सजग है। नि
जागरण संवाददाता, नोएडा:
कोरोना काल में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर संबंधित विभाग सजग है। निमोनिया से बचाव के लिए न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) की लांचिग के साथ विटामिन-ए संपूर्ण कार्यक्रम एवं कृमि मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है।
जहां कृमि मुक्ति अभियान के तहत एक से 18 वर्ष तक के बच्चों, किशोर-किशोरियों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए पेट की कीड़े मारने की दवा (एल्बेंडाजोल) की गोली घर-घर खिलाई जाएगी। आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर गोलियां खिलाएंगीं। जिले में साढ़े तीन लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल गोलियां खिलाने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बच्चों के पाचन तंत्र में कई प्रकार के कृमि होते हैं जो पोषक तत्वों को अवशोषित करते हैं। इनके कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इससे एनीमिया तथा बच्चों का शारीरिक, मानसिक विकास बाधित होने जैसी समस्याएं पैदा होती हैं। पेट में कीड़े खून की कमी का कारण होते है। इस कारण बच्चा कुपोषित हो सकता है। इसके चलते ही यह अभियान चलाया जाएगा। वहीं विटामिन-ए संपूर्ण कार्यक्रम के तहत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाई जाएगी। नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को नौ बार विटामिन-ए की खुराक खिलाई जाएगी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि, मृत्यु दर में कमी लाना, रतौंधी और कुपोषण से बचाव और बच्चों को विटामिन-ए की खुराक के साथ-साथ पोषण आहार के प्रति जागरूक करना है।