रिश्वतकांड में शामिल तीसरे पुलिसकर्मी पर भी गिरेगी गाज
जागरण संवाददाता नोएडा एटीएम मशीन हैक कर कैश निकालने वाले बदमाशों को 20 लाख रुपये औ
जागरण संवाददाता, नोएडा : एटीएम मशीन हैक कर कैश निकालने वाले बदमाशों को 20 लाख रुपये और कार के एवज में छोड़ने के आरोपित इंस्पेक्टर शावेज खान और हेड कांस्टेबल अंबरीश यादव को दोषी पाए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया है। एसओजी नोएडा टीम में शामिल कई अन्य पुलिसकर्मी की मामले में संलिप्तता की बात सामने आ रही है। शीर्ष पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इसमें शामिल एक अन्य पुलिसकर्मी की पहचान कर ली गई है। तीसरे आरोपित पुलिसकर्मी पर जल्द ही गाज गिर सकती है। कमिश्नरेट पुलिस के शीर्ष अधिकारी मामले पर पैनी नजर रखे हुए हैं। पुलिस कमिश्नर ने जिस एसओजी टीम को भंग किया है उसमें कुल 11 लोग शामिल थे। अलग-अलग टीमें पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर रही हैं। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह का कहना है कि नई एसओजी का गठन जल्द किया जाएगा। इसमें तेजतर्रार पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी ताकि पुलिसिग को रफ्तार मिल सके। वह खुद पूरे प्रकरण की मानिटरिग कर रहे हैं। रिश्वत लेकर अपराधियों को छोड़ने के मामले में एसओजी टीम में शामिल रहे नितिन की भूमिका संदिग्ध है। पुलिस लगातार उनसे प्रकरण की संलिप्तता को लेकर पूछताछ कर रही है। दो पुलिसकर्मियों के बर्खास्त होने के बाद पुलिस महकमे में बुधवार को हलचल रही। हर जगह चर्चा के केंद्र बिदु में शावेज खान और अंबरीश यादव रहे। अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था लव कुमार ने बताया कि आरोपित पुलिसकर्मियों की संपत्ति का भी ब्योरा जुटाया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रिया
कार और बीस लाख रुपये लेकर बदमाशों को छोड़ने का मुद्दा बुधवार को इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर छाया रहा। एक तरफ लोगों ने आरोपित पुलिसकर्मियों की भूमिका और पुलिसिग पर सवाल उठाया, तो वहीं काफी लोग पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा करते नजर आए। इस त्वरित कार्रवाई के दूरगामी परिणाम बेहतर होने की उम्मीद है।