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शुरू हुआ परीक्षाओं का दौर, नहीं थमा म्यूजिक का शोर

म्यूजिक सिस्टम को लेकर प्रशासन की तरफ से दिए गए सभी दिशा-निर्देशों को म्यूजिक संचालकों ने खारिज कर दिया है। शहर में लगभग एक दर्जन से ज्यादा गेस्ट हाउस व मैरिज गार्डेन में आए दिन देर रात तक म्यूजिक का शोर चलता रहता है, जिससे आस-पास रहने वालों को खासी समस्या होती है। कहने को तो प्रशासन ने म्यूजिक सिस्टम को लेकर रात दस बजे तक की समय-सीमा निर्धारित की है, लेकिन शहर में ऐसे किसी भी नियम का पालन नहीं किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 08:07 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 08:07 PM (IST)
शुरू हुआ परीक्षाओं का दौर, नहीं थमा म्यूजिक का शोर
शुरू हुआ परीक्षाओं का दौर, नहीं थमा म्यूजिक का शोर

पंकज मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : म्यूजिक सिस्टम को लेकर प्रशासन की तरफ से दिए गए सभी दिशा-निर्देशों को म्यूजिक संचालकों ने खारिज कर दिया है। शहर में लगभग एक दर्जन से ज्यादा गेस्ट हाउस व मैरिज गार्डन में दिन और रात तक म्यूजिक का शोर चलता रहता है, जिससे आस-पास रहने वालों को खासी समस्या होती है। कहने को तो प्रशासन ने म्यूजिक सिस्टम को लेकर रात दस बजे तक की समय-सीमा निर्धारित की है, लेकिन शहर में नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। यूपी बोर्ड परीक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं, देर रात तक चलने वाले म्यूजिक सिस्टम से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। रात दो बजे तक होने वाले शोर से परीक्षार्थी हलकान हैं, लेकिन उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। कुछ ही दिनों में सीबीएसई परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं, लेकिन इसकी प्रशासन को कोई परवाह नहीं है। मामले पर जिलाधिकारी बीएन ¨सह ने कहा कि कार्रवाई हो रही हैं, लेकिन ग्रेटर नोएडा में म्यूजिक सिस्टम को लेकर एक भी कार्रवाई नहीं हुई है। नोएडा में जरूर इस तरह के तीन मामलों पर कार्रवाई हुई है।

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यह है नियम :

प्रशासनिक दिशानिर्देशों की बात करें तो रात दस बजे तक ही म्यूजिक सिस्टम चलाने की अनुमति है। नियमों का उल्लंघन करने पर पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम 1986 की धारा-15 के तहत पांच वर्ष तक के कारावास और एक लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। कई बार तेज म्यूजिक के साथ शहर के तुगलपुर, नवादा, ऐच्छर, कासना समेत अन्य गावों में देर रात में बारात निकलती है। जगह की कमी और आवाज काफी तेज होने के कारण घरों के शीशे आवाज करने लगते हैं। इस दौरान ध्वनि की सीमा भी निर्धारित मानक से कहीं ज्यादा होती है।

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ध्वनि के संबंध में गुणवत्ता का मानत :

क्षेत्र ध्वनि की सीमा (डेसिबल में)

रात दिन

औद्योगिक क्षेत्र 70 75

व्यावसायिक क्षेत्र 55 65

आवासीय क्षेत्र 45 55

शांत क्षेत्र 40 50

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देर रात तक म्यूजिक सिस्टम चलाने को लेकर पूर्व में कार्रवाई हुई हैं। इस संदर्भ में सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा आगे भी कार्रवाई की जाएगी।

- बीएन ¨सह, जिलाधिकारी


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