डिस्पेंसरी की संख्या दोगुनी और डीसीबीओ खोलेगा ईएसआइसी
सेक्टर-24 स्थित राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल जल्द ही शहर में अपनी डिस्पेंसरी की संख्या में इजाफा करने जा रहा है। फिलहाल शहर में ईएसआइसी की चार डिस्पेंसरी संचालित हो रही हैं। इसकी संख्या बढ़ाकर 10 तक किए जाने का प्रस्ताव है। इस पर हेड ऑफिस जल्द ही अपनी मुहर लगा सकता है। इससे ईएसआइसी के हजारों मरीजों की मुश्किलें आसान होंगी। साथ ही सेक्टर 24 के अस्पताल का बोझ भी कम होगा और डॉक्टर मरीज को अधिक समय दे पाएंगे।
जागरण संवाददाता, नोएडा:
सेक्टर-24 स्थित राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल जल्द ही शहर में अपनी डिस्पेंसरी की संख्या में इजाफा करने जा रहा है। फिलहाल शहर में ईएसआइसी की चार डिस्पेंसरी संचालित हो रही हैं। इसकी संख्या बढ़ाकर 10 तक किए जाने का प्रस्ताव है। इस पर हेड ऑफिस जल्द ही अपनी मुहर लगा सकता है। इससे ईएसआइसी के हजारों मरीजों की मुश्किलें आसान होंगी। साथ ही सेक्टर 24 के अस्पताल का बोझ भी कम होगा और डॉक्टर मरीज को अधिक समय दे पाएंगे। निदेशक डॉ.अनीश ¨सघल ने बताया कि मरीजों की बढ़ती भीड़ और मांग के आधार पर डिस्पेंसरी की संख्या बढ़ाई जाएगी। ताकि इससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जा सके। इसके अलावा, ईएसआइसी में सेवा प्रणाली को ठोस करने की दिशा में कुछ बेहद महत्वूपर्ण फैसले भी लिए जाएंगे। निदेशक ने बताया कि यह फैसला बीते दिनों दिल्ली में आयोजित ईएसआइसी की 174वीं बैठक के दौरान लिए गया है। जिसकी अध्यक्षता श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने की थी। इसमें बीमा अस्पतालों की मेडिकल सेवाओं को मजबूती देने के लिए हर जिले में ईएसआइसी डिस्पेंसरी-कम-शाखा दफ्तर (डीसीबीओ) खोले जाने का फैसला लिया गया है। जिसपर ईएसआइसी अस्पताल डीसीबीओ की स्थापना और परिचालन का पूरा खर्च उठाएगी। डीसीबीओ में प्राथमिक स्वास्थ्य सुरक्षा, माध्यमिक स्वास्थ्य के लिए रेफरल, माध्यमिक सेवाओं के बिल की जांच के साथ डिस्पेंसरी से चु¨नदा दवाओं के वितरण की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा उस जिले में सर्वे का काम, नकद लाभ और आईएमपी का भी काम किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि जल्द ही ईएसआइसी अस्पताल में नर्सिंग इंटर्नशिप प्रोग्राम भी शुरू किए जाएंगे। इस प्रोग्राम में नर्सिंग में स्नातक विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं, जो नियमित स्टाफ की निगरानी में अपने हुनर को और बेहतर बना सकते हैं। इसके लिए 22,000 रुपये का स्टाइपेंड मिलेगा। इसका चयन मेरिट के आधार पर होगा। --------
डिस्पेंसरी की संख्या बढ़ाने और ईएसआइसी डिस्पेंसरी-कम-शाखा दफ्तर खोले जाने का फैसला लिया गया है। इस पर आखिरी फैसला हेड ऑफिस को करना है। ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया जा रहा है। दोनों के खुलने से मरीजों की मुश्किलें आसान होंगी।
डॉ. अनीश ¨सघल, निदेशक, ईएसआइसी अस्पताल