असल वार्ड की आया का नाम जाच रिपोर्ट से गायब
जागरण संवाददाता नोएडा गाजियाबाद निवासी गर्भवती की मौत के मामले में सरकार से लेकर शासन स्तर तक
जागरण संवाददाता, नोएडा: गाजियाबाद निवासी गर्भवती की मौत के मामले में सरकार से लेकर शासन स्तर तक जिला प्रशासन को सख्त कार्रवाई निर्देश हैं, लेकिन मामले की जाच टीम ने जिला अस्पताल प्रबंधन से मिले गलत इनपुट के आधार पर ऐसी वार्ड आया को आरोपित बना दिया, जो उस दिन ड्यूटी पर ही नहीं थी। वार्ड आया ने अब विरोध जताया, तो उसे नए सिरे से जाच कर असल वार्ड आया का नाम जाच रिपोर्ट में दर्ज कराने का भरोसा दिया गया है।
एडीएम मुनींद्र नाथ उपाध्याय व सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी के नेतृत्व वाली जाच टीम ने पाया था कि अगर गर्भवती महिला को ड्यूटी पर मौजूद रहे संविदाकíमयों द्वारा रेफर करने से पहले अपने ऊपर के डॉक्टरों को सूचना दी गई होती, तो मामले में इतनी बड़ी लापरवाही नहीं होती। उनके द्वारा वरिष्ठ अधिकारी को बताए बिना ही स्वयं से मरीज को वापस कर दिया गया था। इसलिए मामले में एक महिला स्टाफ नर्स व वार्ड आया के स्तर से लापरवाही बरती गई है। जिलाधिकारी ने जाच रिपोर्ट के आधार पर शासन को पत्र लिखकर आरोपित नर्स व वार्ड आया के खिलाफ शासन से सख्त कार्रवाई की माग की है। जाच अधिकारियों ने जिला अस्पताल से मिले इनपुट के आधार पर ही जाच रिपोर्ट में असल दोषी वार्ड आया से मिलते जुलते नाम को शामिल कर दिया। जब जाच रिपोर्ट के आधार पर दोषी बनाई गई वार्ड आया को इस बात की जानकारी हुई, तो उसके होश उड़ गए। दोषी बनाई गई वार्ड आया ने अब जिलाधिकारी व सीएमएस से जाच रिपोर्ट में अपना नाम हटवाने की विनती की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोषी बनाई गई वार्ड आया की ड्यूटी शाम को थी, बावजूद उसका नाम जाच रिपोर्ट में शामिल कर दिया गया।
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मिलता जुलता नाम होने के चलते इस संबंध में गलती से वार्ड आया का नाम जोड़ लिया गया था। बाद में सही जाच कराकर असल वार्ड आया को दोषी मानकर कार्रवाई की जा रही है।
-डॉ. वंदना शर्मा, सीएमएस, जिला अस्पताल