उद्योगों के दम पर तय हुआ सुई से सेटेलाइट तक का सफर
जागरण संवाददाता नोएडा सुई से बनाने से लेकर सेटेलाइट सबमरीन और फाइटर प्लेन बनाने तक
जागरण संवाददाता, नोएडा : सुई से बनाने से लेकर सेटेलाइट, सबमरीन और फाइटर प्लेन बनाने तक का सफर उद्यमी और उनकी सकारात्मक सोच से संभव हो सका है। आज हम विश्व का सबसे सस्ता सेटेलाइट तैयार करने के साथ उसे अंतरिक्ष में स्थापित करने में सक्षम हैं। कृषि प्रधान देश के नाते हम चीनी, चावल, दाल, फल सब्जी के सबसे बड़े उत्पादक होने के साथ पूरे विश्व का पेट भर रहे हैं। उद्यमियों की सकारात्मक सोच और उदारता कोरोना महामारी के दौरान सबके सामने आई, उद्यमियों ने अपने-पराये का भेद किए बिना हर जरूरतमंद की खुले दिल से हर संभव मदद की। यही बात देश के उद्यमियों को अन्य देशों के उद्यमियों से अलग करती है। 17वीं शताब्दी से पहले पूरे विश्व की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भारत की हिस्सेदारी 35 फीसद थी, एक बार फिर भारत उद्योगों के दम पर उसी स्थिति में पहुंचने के लिए तैयार हो रहा है। यह बात बुधवार को सेक्टर-73 स्थित शौर्या बैंक्वेट हाल में लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित उद्यमी सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल ने की।
इस मौके पर सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए लगातार सरकार प्रयास कर रही है। 31 देश में 15 सेक्टरों के लिए 100 से अधिक उत्पाद की गुणवत्ता को बेहतर करके निर्यात को बढ़ावा दिया जा सकता है। एमएसएमई मंत्रालय इसमें उद्यमियों की मदद करके कई देशों को निर्यात के मामले में पीछे छोड़ सकता है। इसे मूर्तरूप देने के लिए सरकार ट्रेड एग्रीमेंट करते समय उद्यमियों सहूलियत का पूरा ध्यान रख रही है। इसलिए निर्यात किए जाने वाले उत्पाद पर प्रदेश सरकार सरकार फ्रेट चार्ज में सब्सिडी दे रही है।
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद जो विदेशी आइटी सेक्टर में निवेश के लिए आएगा। वह उत्तर प्रदेश से निवेश के बिना नहीं जा सकेगा। मौजूदा औद्योगिकीकरण को बढ़ाने के लिए अनुकूल माहौल तैयार किया है, इसका लाभ उत्तर प्रदेश के साथ पूरे देश को मिलेगा। गौतमबुद्ध नगर सांसद डा. महेश शर्मा ने कहा कि पहले नोएडा में हजारों रुपये मीटर की रिश्वत का रेट तय था, लेकिन हमारी सरकार, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के अथक प्रयास से इस पर लगाम लगी है। राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर ने कहा कि नोएडा प्रदेश की आर्थिक राजधानी है। स्माल स्केल इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा निवेश आया है। उद्यमियों में आए नए विश्वास को देख यहां निवेश की संभावनाएं तेजी से बढ़ी हैं। विधायक पंकज सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था बेहतर होने से बदमाशों के मन में डर बैठा है और उद्यमी निवेश को लेकर निश्चिंत हुए हैं। लघु उद्योग भारतीय के राष्ट्रीय अध्यक्ष बलदेव भाई ने कहा कि कुछ समस्या है, जिन्हें दूर कर एमएसएमई सेक्टर को गति दी जा सकती है।
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उद्यमियों ने यह रखी समस्याएं
-नोएडा प्राधिकरण जब तक उद्यमियों को भूखंड विकसित और कब्जा न दे, तब तक ब्याज न लिया जाए।
-नोएडा व ग्रेटर नोएडा में जिन उद्यमियों ने इंडस्ट्री लगाई है उनको विस्तार दिया जाए।
-लीज रेंट 2.5 प्रतिशत से घटाकर 1 प्रतिशत किया जाए और एकमुश्त अवधि 15 वर्ष से घटाकर 11 वर्ष की जाए।
-यूपीएसआईडीसी के सेक्टरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण विकसित करे और एक आफिस यहां खोला जाए।