Move to Jagran APP

संशो) बाइक बोट के निवेशकों ने राष्ट्रपति से की सीबीआइ जांच कराने की मांग

बाइक बोट कंपनी के घोटाले के पीड़ित निवेशक पिछले कई माह से निवेशक फरार आरोपितों की गिरफ्तारी व अपनी रकम वापसी के साथ-साथ मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते रहे हैं। चार माह बीतने के बाद भी निवेशकों को उनकी रकम नहीं मिली है। कुछ निवेशकों ने दो सितंबर को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर मामले की जांच सीबीआई से पंद्रह दिन के अंदर कराने की मांग की है। मांग पूरी न होने पर उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से इच्छामृत्यु की इजातत मांगी हैं। मांग पू

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 07:14 PM (IST)Updated: Wed, 04 Sep 2019 08:00 PM (IST)
संशो) बाइक बोट के निवेशकों ने राष्ट्रपति से की सीबीआइ जांच कराने की मांग
संशो) बाइक बोट के निवेशकों ने राष्ट्रपति से की सीबीआइ जांच कराने की मांग

संवाद सहयोगी, दादरी : बाइक बोट कंपनी के घोटाले के पीड़ित निवेशक फरार आरोपितों की गिरफ्तारी व अपनी रकम वापसी के साथ मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग कर रहे हैं। चार माह बीतने के बाद भी निवेशकों को उनकी रकम नहीं मिली है। कुछ निवेशकों ने दो सितंबर को राष्ट्रपति भवन पहुंचकर मामले की जांच सीबीआइ से पंद्रह दिन के अंदर कराने की मांग की है। मांग पूरी न होने पर उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी हैं। मांग पूरी नहीं हुई तो निवेशक इच्छा मृत्यु संबंधी शपथ पत्र राष्ट्रपति भवन को भेजेंगे। बाइक बोट टैक्सी यूनियन के संयोजक मदन लाल व यूनियन के अध्यक्ष आजाद सिंह शेखावत के नेतृत्व में पीड़ित निवेशकों का एक प्रतिनिधिमंडल दो सितंबर को राष्ट्रपति भवन पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने बाइक बोट कंपनी के पीड़ित निवेशकों को आत्महत्या करने से बचाने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से मुआवजा दिलाने, कंपनी के आरोपितों की गिरफ्तारी का मामला सीबीआइ के हवाले करने की मांग की। निवेशकों का कहना था कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए। निवेशकों ने राष्ट्रपति को दिए मांग पत्र में कहा कि पंद्रह दिन के अंदर देश भर के लाखों निवेशकों को ठगने वाले कंपनी के मास्टर माइंड बीएन तिवारी को गिरफ्तार कर दिल्ली की तिहाड़ जेल नहीं भेजा गया तो हजारों पीड़ित राष्ट्रपति भवन के सामने इच्छा मृत्यु का वरण करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। ज्ञापन देने वालों में श्रीपाल सिंह, शैलेंद्र सिंह शंभू दयाल, सुधीर अहलावत आदि शामिल रहे। यह है मामला

loksabha election banner

बाइक बोट कंपनी ने निवेशकों के लिए 62 हजार रुपये एक बाइक की कीमत रखी थी। 12 माह में दोगुनी रकम कंपनी द्वारा प्रति माह किस्तों में देने का झांसा दिया गया था। इसके लिए चेन सिस्टम बनाकर कुछ मानक बनाए गए थे। इनमें दस बाइक आइडी कंपनी में दिलवाने पर चेन लीडर को इंसेंटिव और लग्जरी कार तक देने की स्कीम थी। इस चेन के माध्यम से कंपनी मालिक ने देश भर के निवेशकों से करोड़ों रुपये ठग लिए। ठगी का भंडाफोड़ होने के बाद से ही दादरी के कोट गांव स्थित बाइक बोट कंपनी के कार्यालय पर एक जून से दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार आदि राज्यों के सैकड़ों निवेशक धरना दे रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.