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हवाई सफर से जाम मुक्त होगा शहर, पांच वर्ष में पूरी होंगी परियोजनाएं

शहर में चल रहे परियोजना कार्यो की बदौलत आने वाला समय रफ्तार के लिए जाना जाएगा। अगले पांच सालों में यातायात के लिए उन परियोजनाओं को जमीन पर उतारा जाएगा जिनकी बदौलत शहर को जाम मुक्त यातायात मिलेगा। आपको शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक जाने में महज 30 मिनट से भी कम का समय लगेगा। इसके लिए यहा एलिवेटड सड़कों का जाल बनाया जाएगा। हालांकि यह योजना 2010 में बनाई गई थी। जिसके तहत शहर में छह एलिवेटड रोड को बनाया जाना था। जिसमे एक एलिवेटड रोड मास्टर प्लान रोड नंबर-2 विश्व भारत स्कूल से सेक्टर-61 शाप्रिक्स मॉल तक बनाया जा चुका है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 01:58 AM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 01:58 AM (IST)
हवाई सफर से जाम मुक्त होगा शहर, पांच वर्ष में पूरी होंगी परियोजनाएं
हवाई सफर से जाम मुक्त होगा शहर, पांच वर्ष में पूरी होंगी परियोजनाएं

कुंदन तिवारी, नोएडा : शहर में चल रहे परियोजना कार्यो की बदौलत आने वाला समय रफ्तार के लिए जाना जाएगा। अगले पांच सालों में यातायात के लिए उन परियोजनाओं को जमीन पर उतारा जाएगा, जिससे शहर जाम मुक्त हो। आपको शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक जाने में महज 30 मिनट से भी कम का समय लगेगा। इसके लिए यहां एलिवेटड रोड का जाल बनाया जाएगा। हालांकि, यह योजना 2010 में बनाई गई थी, जिसके तहत शहर में छह एलिवेटड रोड बनाई जानी थी। इसमें एक एलिवेटड रोड मास्टर प्लान रोड नंबर-2 विश्व भारत स्कूल से सेक्टर-61 शाप्रिक्स मॉल तक बनाई जा चुकी है।

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बता दें कि इन सभी योजनाओं को सिर्फ आर्थिक तंगी के चलते जमीन पर नहीं उतारा जा सका था। ऐसे में प्राधिकरण अब अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने में लगा है। लिहाजा फाइलों में दबी इन योजनाओं को दोबारा से बनाने पर विचार किया जा रहा है। इसी के चलते शहर में रेड लाइटों को हटाकर उनके स्थान पर यू-टर्न व अन्य कटों को बंद किया जा रहा है। पहले चरण में विश्व भारत से शप्रिक्स मॉल तक एलिवेटड रोड का निर्माण किया जा चुका है। इसी तर्ज पर सिंगल पिलर पर डीएससी रोड पर भी एलिवेटड रोड का निर्माण किया जाएगा, जिससे डीएससी रोड पर लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिलेगा। तीसरी एलिवेटड चिल्ला रेगचलेटर से महामाया फ्लाईओवर के ऊपर नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे तक जाएगी। इसका निर्माण किया जाएगा। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। दिल्ली सरकार के साथ बैठक कर जमीन के विवाद को सुलझाने के बाद इसका निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। ऐसे में नोएडा दिल्ली प्रवेश द्वार पर लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी। इसके अतिरिक्त पांच अन्य स्थानों पर भी एलिवेटड का निर्माण किया जाएगा, जिसमें प्राधिकरण कई सौ करोड़ रुपये खर्च करेगा। इनका निर्माण आगामी पांच सालों में पूरा होने की संभावना है। ऐसे में मास्टर प्लान 2031 तक 25 लाख आबादी को यहां की सड़कों पर जाम नहीं मिलेगा।

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आर्थिक स्थिति को देखकर वापस लिया गया था प्लान

बसपा शासन काल में इन योजनाओं को बनाया गया। इनका डिजाइन भी तैयार किया गया। साथ ही योजनाओं को जमीनी आधार भी दिया जाना था, लेकिन बजट को देखते हुए इन योजनाओं के स्थान पर अंडरपास व फ्लाईओवर बनाने पर विचार किया गया। ऐसे में एलिवेटड योजना की फाइल को बंद कर दिया गया। ऐसे में अब दोबारा से इन योजनाओं को फाइलों से बाहर निकालने की तैयारी की जा रही है। जिसको लेकर अधिकारियों का मंथन जारी है।

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प्रस्तावित है एलिवेटड रोड की स्थिति

- मास्टर रोड नंबर-3 सेक्टर-60,61,71 क्रा¨सग से एनएच-24 तक

- डीएससी रोड पर सेक्टर-41,49 क्रा¨सग से सेक्टर-82,110 क्रा¨सग तक

- मास्टर प्लान रोड नंबर-1 पर सेक्टर-10,12,21,21ए क्रा¨सग से सेक्टर-12,22,56 क्रा¨सग तक

- मास्टर प्लान रोड नंबर-2 फिल्म सिटी एक्टेंशन से अट्टा चौक तक

- सेक्टर-19,27 से स्पाइस मॉल सेक्टर-21 ए 25 तक

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शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में हर संभव प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में जितने भी यू-टर्न बनाए जा सकते हैं, अंडरपास का निर्माण कार्य कराया जा सकता है। प्रस्तावित एलिवेटेड को तैयार कराया जा सकता है। इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया गया है।

- राजीव त्यागी, महाप्रबंधक, नोएडा प्राधिकरण


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