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कोहरे व स्मॉग की चादर में लिपटा रहा शहर, ठंड ने भी दी दस्तक

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जिले में सोमवार की सुबह कोहरे ने दस्तक दे दी। स्मॉग का असर तो पिछ

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 08:24 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 08:24 PM (IST)
कोहरे व स्मॉग की चादर में लिपटा रहा शहर, ठंड ने भी दी दस्तक
कोहरे व स्मॉग की चादर में लिपटा रहा शहर, ठंड ने भी दी दस्तक

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : जिले में सोमवार की सुबह कोहरे ने दस्तक दे दी। स्मॉग का असर तो पिछले एक सप्ताह से दिख रहा था, लेकिन सोमवार को अचानक कोहरे का आगमन हो गया, जिसके कारण ठंड भी बढ़ गई। सेक्टरों में जो लोग सुबह बिना ठंड के कपड़ों के मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते थे, वह सोमवार की सुबह गर्म कपड़ों में दिखे। सुबह करीब छह बजे पूरा शहर कोहरे व स्मॉग की चादर में लिपटा हुआ था। वायु गुणवत्ता सूचकांक पर सोमवार को स्मॉग अब तक के सर्वोच्च स्तर पर 425 एसपीएम तक पहुंच गया। यह स्थिति दोपहर तक रही, बाद में कोहरे का असर थोड़ा कम हुआ। सोमवार को अन्य दिनों की अपेक्षा कड़ी धूप नहीं दिखी। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में कोहरे व धुंध का असर और बढ़ेगा। वहीं पछुआ हवाओं का भी ठंड को बढ़ाने में खासा योगदान रहा। सोमवार को सुबह घने कोहरे के कारण करीब 100 मीटर तक भी साफ देखना मुश्किल हो रहा था। सोमवार को सुबह प्रदूषण 310 एसपीएम दर्ज किया गया, जो शाम को बढ़कर 425 एसपीएम पर पहुंच गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक पर प्रदूषण का स्तर सोमवार को पूरे दिन चढ़ता रहा। कोहरे व स्मॉग के में सुबह टहलने से करें परहेज : शहर के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अमित गुप्ता ने बताया कि स्मॉग व कोहरे के दौरान संभव हो तो मॉर्निंग वॉक से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मॉग के दौरान बच्चों व बुजुर्गों को मॉर्निंग वॉक को लेकर विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि स्मॉग के कारण नुकसानदायक गैस एवं खतरनाक पीएम 2.5, पीएम 10 कण सतह पर ठहर जाते हैं। सांस के द्वारा फेफड़े में जाकर वे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। खास तौर पर स्मॉग में बच्चों को स्कूल भेजने से बचना चाहिए क्योंकि उनमें प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। वाहन चालकों ने की आंखों में जलन की शिकायत :

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स्मॉग के प्रकोप का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सोमवार को वाहन चालकों को आंख में जलन की शिकायत हुई। स्मॉग से बचने के लिए बीच-बीच में वाहन चालकों ने वाहन रोककर आंख धुली। कई वाहन चालकों ने बताया कि स्मॉग के कारण आंख में मिर्च लगने जैसा अहसास हुआ। कोहरे व स्मॉग में मॉर्निंग वॉक करना जोखिम भरा होता है। ठंड में हानिकारक कण सतह पर होते हैं इसलिए बाहर निकलते समय हर हाल में मास्क इत्यादि पहनकर निकलें।

- डॉ. अमित गुप्ता, वरिष्ठ फिजीशियन


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