सूरजपुर वेटलैंड में नहीं बनेगा ईको पार्क
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : एनजीटी ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला सुनाते हुए सूरजपुर वेटलैंड में प्र
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : एनजीटी ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला सुनाते हुए सूरजपुर वेटलैंड में प्रस्तावित इको पार्क पर रोक लगाने के साथ ही किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर पूरी तरह रोक लगा दी है। एनजीटी ने 2016 में दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए वेटलैंड में हर तरह के निर्माण कार्य को प्रतिबंधित कर दिया है। 2016 में तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार ने सूरजपुर वेटलैंड में ईको पार्क बनाने के निर्णय लिया था, जिसका विरोध करते हुए जिले के पर्यावरणविद विक्रांत तोंगड़ ने एनजीटी में याचिका दाखिल कर इस पर रोक लगाने की मांग की थी। मामले पर सुनवाई करते हुए एनजीटी ने ईको पार्क के निर्माण पर अंतरिम रोक लगा दी थी, जिस पर सोमवार को अंतिम फैसला आया। हालांकि, एनजीटी ने पुलिस लाइन समेत जिले के छोटे-छोटे वन्य परिक्षेत्र को वेटलैंड मानने से इन्कार कर दिया है। याचिकाकर्ता ने पुलिस लाइन को भी वेटलैंड से बाहर करने की मांग की थी, जिसे एनजीटी ने खारिज कर दिया है।
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300 करोड़ की थी परियोजना :
सूरजपुर वेटलैंड में प्रस्तावित ईको पार्क परियोजना पर शासन ने 300 करोड़ का बजट तैयार किया था। सरकार ईको पार्क निर्माण को लेकर बेहद संजीदा थी। यहां तक कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ दीपक अग्रवाल, प्रभागीय वन अधिकारी एचवी गिरीश व संजीव शरण को ईको पार्क की बनावट देखने के लिए स्विटजरलैंड भेजा गया था। शासन की योजना के मुताबिक वेटलैंड के अंदर और भी तमाम निर्माण कार्य कराए जाने थे।
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एनजीटी का निर्णय वेटलैंड के हित में है। ईको पार्क निरस्त होने के फैसले को लेकर हम आशावादी थे। हालांकि,एनजीटी ने पुलिस लाइन को वेटलैंड के अंदर मानने से इनकार कर दिया है। इसको लेकर हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
विक्रांत तोंगड़