जागरण विशेष : जल्द ही प्राथमिक स्कूल के बच्चे भी करेंगे दूरदर्शन से पढ़ाई
सुनाक्षी गुप्ता नोएडा स्कूल बंद होने के बाद से शिक्षा विभाग ने कक्षाओं को ऑनलाइन किया और
सुनाक्षी गुप्ता, नोएडा :
स्कूल बंद होने के बाद से शिक्षा विभाग ने कक्षाओं को ऑनलाइन किया और बच्चों को घर रहकर पढ़ाने के लिए ऑडियो, वीडियो बनाए। ऑनलाइन कक्षा संचालित करने के लिए दीक्षा ऐप और वाट्सएप का भी सहारा लिया है। इस बीच सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए सबसे बड़ी समस्या यह थी कि हर घर में बच्चों को पढ़ाने के लिए अलग से मोबाइल उपलब्ध नहीं था और इंटरनेट की सेवा भी बाधित होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। इस समस्या को दूर करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 8वीं तक के पाठ्यक्रम को वीडियो माध्यम से दूरदर्शन पर प्रसारित करने की योजना बनाई है, जिससे कोई बच्चा पढ़ाई से वंचित न रह जाए और लाखों बच्चों को लाभ मिल सके। गौरतलब है कि अबतक यह व्यवस्था माध्यमिक के बच्चों के लिए शुरू हुई थी।
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15 सितंबर के बाद दूरदर्शन उत्तर प्रदेश पर प्रसारित होंगे वीडियो लेक्चर
शिक्षा विभाग ने ई-पाठशाला कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डिजिटल योजना की शुरुआत की है। इसमें कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को हिदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, पर्यावरण अध्ययन और सामाजिक विषयों की पढ़ाई कराने के लिए प्रदेश भर से 65 शिक्षक वीडियो लेक्चर तैयार कर रहे हैं। इसमें बच्चों के लिए रोजाना सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक 30-30 मिनट की कक्षाएं चलेंगी। कक्षाओं की समय सारिणी स्कूलों से साझा की जाएगी। इस योजना के पहले चरण में शिक्षा विभाग द्वारा एकेटीयू की लखनऊ और नोएडा स्थित वीडियो लैब में 400 घंटों का पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। 13 अगस्त से रिकॉर्डिग शुरू की गई थी, जिसमें 80 पुस्तकों से 40 घंटे की पाठ्यक्रम सामग्री तैयार हो चुकी है। 15 सितंबर के बाद दूरदर्शन उत्तर प्रदेश के स्लॉट में इसे शामिल किया जाएगा और बच्चे घर बैठे टीवी से पढ़ाई कर सकेंगे। ई-पाठशाला की निगरानी कर रहे गुणवत्ता प्रकोष्ठ के सलाहकार पीएम अंसारी और शुभ्रांशु कुमार उपाध्याय ने बताया कि इस पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए राज्य परियोजना कार्यालय (गुणवत्ता प्रकोष्ठ) के अकादमिक सेल ने पांच विषय विशेषज्ञ सुरेश कुमार सोनी, जय प्रकाश ओझा, डॉ अवनीश यादव, पवन श्रीवास्तव और अजय कुमार को शामिल किया है। ये सभी टीचिग प्लान से लेकर स्क्रिप्ट और पीपीटी (पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन) तैयार कराने और अवलोकन में सहायता कर रहे हैं।
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ई-पाठशाला में क्लासरूम पढ़ाई जैसा मिलेगा अनुभव
गौतमबुद्धनगर में एसआरजी और वीडियो कार्यक्रम के समन्वयक अशोक कुमार ने बताया कि जिले के 32 शिक्षक वीडियो लेक्चर रिकॉर्ड करने के लिए चयनित हुए हैं। बच्चों को वीडियो के माध्यम से पढ़ाने के लिए शिक्षक स्क्रिप्ट तैयार करते हैं और उन्हें पीपीटी के माध्यम से पढ़ाते हैं। पर्थला खंजरपुर कंपोजिट विद्यालय की शिक्षिका अर्चना पाण्डेय ने बताया कि वीडियो में बच्चों के लिए इस तरह वीडियो सामग्री तैयार की जाती है कि उन्हें कुछ भी समझने में मुश्किल न हो। उनकी किताबों को ही शिक्षकों ने पीपीटी के जरिए स्क्रीन पर उतारा है, इसके अलावा उदाहरण देने के लिए तस्वीरों का सहारा भी लिया जा रहा है। बच्चों के मन में आने वाले हर संभव सवाल को हम वीडियो में पूछते हैं और फिर उसका खुद ही उत्तर भी देते हैं ताकि बच्चे क्लासरूम जैसी पढ़ाई का माहौल महसूस कर सकें।