126 करोड़ के भूमि खरीद घोटाले में दूसरा आरोपित गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ के जमीन घोटाले मामले में दू
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ के जमीन घोटाले मामले में दूसरी गिरफ्तारी हुई है। जमीन खरीदने वाली डाटा इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक रमेश बंसल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले घोटाले के मुख्य आरोपित सेवानिवृत्त आइएएस व प्राधिकरण के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था। रमेश बंसल की कंपनी में घोटाले के पौने तीन करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए थे। पद का दुरुपयोग करते हुए पीसी गुप्ता ने मास्टर प्लान से बाहर जाकर जमीन खरीदी थी। पुलिस का दावा है कि फरार अन्य आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। मामले में अभी दो दर्जन के करीब आरोपित फरार हैं। रमेश को कोर्ट ने दस दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि तीन जून को यमुना प्राधिकरण के 126 करोड़ के जमीन खरीद घोटाले मामले में कासना कोतवाली में सेवानिवृत्त आइएएस पीसी गुप्ता समेत 21 आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जांच में छह कंपनियों समेत कई अन्य लोगों के नाम सामने आने पर उनको आरोपित बनाया गया था।
रमेश बंसल की कंपनी में घोटाले के पौने तीन करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए थे। रमेश को गिरफ्तार कर पुलिस ने बृहस्पतिवार दोपहर उसको मेरठ की एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया। वहां से रमेश को दस दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस उसको जल्द ही रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। वहीं जेल में बंद पीसी गुप्ता की जमानत याचिका हाई कोर्ट से खारिज होने के बाद घोटाले में शामिल आरोपितों पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है।
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रमेश बंसल ने कमिश्नर को पत्र भेजकर की थी शिकायत
आरोपित रमेश बंसल ने नवंबर 2017 में तत्कालीन मेरठ मंडल कमिश्नर डा. प्रभात कुमार को पत्र भेजा था। उसने जमीन खरीद घोटाले में आरोपित पूर्व ओएसडी वीपी ¨सह पर डाटा इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम से बैंक में खाता खुलवाने व उसमें जमीन खरीद घोटाले की रकम जमा कराने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। रमेश बंसल ने वीपी ¨सह पर फर्जी तरीके से अपने नौकर संजीव एवं सतेंद्र को कंपनी के निदेशक, बेटे साहिल चौधरी को कंपनी में 75 फीसद का शेयर धारक बनाने के साथ ही कंपनी के नाम नोएडा में खरीदी गई करोड़ों रुपये की कोठी फर्जी तरीके से हड़पने का आरोप लगाया था। रमेश बंसल की कंपनी में घोटाले के रुपये ट्रांसफर किए गए थे। कोर्ट द्वारा आरोपित को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। फरार आरोपितों की तलाश जारी है।
निशांक शर्मा, सीओ प्रथम, ग्रेटर नोएडा