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फोनरवा की वर्तमान कार्यकारिणी पर लगाया प्रभुत्व जमाए रखने का आरोप

बिना किसी बैठक व सूचना के दो दिन पहले गुप्त मतदान को स्थगित करना फोनरवा नीतियों के खिलाफ है। इसको लेकर आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों में विरोध व आक्रोश देखने को मिल रहा है। बता दें कि 19 अगस्त को गुप्त मतदान के जरिए यह तय किया जाना था कि फोनरवा के संस्थापक सदस्य और आजीवन सदस्यों को वोट का अधिकार मिले या नहीं। इसी मामले को लेकर सोमवार

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 12:39 AM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 12:39 AM (IST)
फोनरवा की वर्तमान कार्यकारिणी पर लगाया प्रभुत्व जमाए रखने का आरोप
फोनरवा की वर्तमान कार्यकारिणी पर लगाया प्रभुत्व जमाए रखने का आरोप

जागरण संवाददाता, नोएडा :

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फोनरवा कार्यकारिणी द्वारा बिना किसी बैठक व सूचना के दो दिन पहले गुप्त मतदान को स्थगित करने पर शहर की कई आरडब्ल्यूए ने रोष जताया है। उनका कहना है कि ये नीतियों के खिलाफ है। 19 अगस्त को गुप्त मतदान के जरिये यह तय किया जाना था कि फोनरवा के संस्थापक सदस्य और आजीवन सदस्यों को वोट का अधिकार मिले या नहीं, लेकिन बैठक को रद कर दिया गया। इसी को लेकर सोमवार को सेक्टर-55 सामुदायिक केंद्र में फोनरवा सदस्य व आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों की एक बैठक की गई।

बैठक में आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि निजी स्वार्थों के लिए बैठक को स्थगित की गई है। सभी ने कहा कि यदि 15 दिनों में गुप्त मतदान नहीं किया जाता तो वह मेरठ स्थित रजिस्ट्रार ऑफिस में इसकी शिकायत करेंगे। साथ ही फोनरवा अध्यक्ष को पद से बर्खास्त करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। सेक्टर-50 अध्यक्ष विमल शर्मा ने कहा कि संस्थापक सदस्यों व आजीवन सदस्यों को सम्मान मिलना चाहिए। लेकिन ऐसे निष्क्रिय सदस्यों को जिन्हें समस्याओं के निदान में कोई रुचि नहीं है, वह सिर्फ चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने आते हैं। ऐसे सदस्यों को मताधिकार व चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई जानी चाहिए। वहीं, सेक्टर-82 उद्योग विहार अध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि पूर्व में हुई वार्षिक बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव लाया गया था, जिसका लगभग सभी आरडब्ल्यूए ने समर्थन भी किया था। लेकिन फोनरवा अध्यक्ष एनपी ¨सह द्वारा इस प्रस्ताव को आगामी अतिरिक्त बैठक तक के लिए टाल दिया था, जो कि 19 अगस्त को प्रस्तावित थी।

सेक्टर-46 अध्यक्ष टीसी गौड़ ने कहा कि फोनरवा अध्यक्ष द्वारा बैठक को लगातार नजरअंदाज किया जाना यह दर्शाता है कि वह परिणाम को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। सेक्टर-45 अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा ने कहा कि फोनरवा के अंदर कई पदाधिकारी हैं। लेकिन दो तीन लोगों के अलावा किसी को अहमियत नहीं दी जाती। सेक्टर-62 बी-ब्लॉक रजत विहार अध्यक्ष सुखदेव शर्मा का कहना है सभी लोग अपना काम छोड़कर मतदान की तैयारी में लगे हुए थे, लेकिन मतदान से दो दिन पहले सोशल मीडिया के जरिये सूचना दी गई कि मतदान नहीं होंगे। बैठक में सभी ने मांग उठाई की जल्द से जल्द गुप्त मतदान पर फैसला लिया जाए। इस दौरान गजेंद्र बंसल, दिनेश शर्मा, जेपी उप्पल, अशोक त्यागी, ल¨खदर ¨सह, डीके खरबंदा, प्रदीप वोहरा, योगेश शर्मा, संजय मावी, पवन शर्मा, अजीत ¨सह नागर समेत कई आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी मौजूद रहे। तय शिड्युल के मुताबिक बैठक होनी थी, लेकिन भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद इसे स्थगित करना उचित था। वहीं फोनरवा के वरिष्ठ पदाधिकारी के परिवार में कुछ परेशानी हो गई थी। यही वजह रही कि बैठक रद की गई। सितंबर तक मतदान प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

- एनपी ¨सह, अध्यक्ष, फोनरवा


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