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यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की बढ़ी रुचि

वीवो की चार वेंडर कंपनियां यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश करेंगी। कंपनियों को जमीन देने पर लगभग सहमति बन चुकी है। इन कंपनियों को वीवो के समीप जमीन आवंटित की जाएगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पिछले एक साल में सात हजार करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Jun 2019 07:27 PM (IST)Updated: Sat, 08 Jun 2019 06:29 AM (IST)
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की बढ़ी रुचि
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की बढ़ी रुचि

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : वीवो की चार वेंडर कंपनियां यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश करेंगी। कंपनियों को जमीन देने पर लगभग सहमति बन चुकी है। इन कंपनियों को वीवो के समीप जमीन आवंटित की जाएगी। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पिछले एक साल में सात हजार करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है।

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यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की दस्तक बढ़ी है। पिछले साल फरवरी में लखनऊ में हुए निवेश सम्मेलन में कंपनियों ने यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में दस हजार करोड़ से अधिक निवेश के लिए समझौता किया था। इसमें से सात हजार करोड़ का निवेश हो भी चुका है। 174 इकाइयों के लिए 310 एकड़ जमीन पर भूखंड आवंटित किए गए हैं। इसमें 51063 लोगों को रोजगार मिलेगा।

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इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की बढ़ी दस्तक

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुगबुगाहट के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों ने प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश के लिए दस्तक देना शुरू कर दिया था। वीवो कंपनी ने इकाई लगाने के लिए सेक्टर 24 में 169 एकड़ जमीन आवंटित कराई है। इसका काम भी शुरू हो चुका है। इसमें पांच हजार करोड़ का निवेश होगा। वीवो के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स एसेसरीज बनाने वाली कंपनियां भी प्राधिकरण क्षेत्र का रुख कर रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग की संभावनाओं को देखते हुए प्राधिकरण ने सेक्टर 21 व 28 को इसके लिए आरक्षित कर दिया है। एयरपोर्ट के साथ यहां इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की संख्या तेजी से बढ़ने की संभावना है।

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कई और उत्पाद बनाने वाली कंपनियां भी प्राधिकरण क्षेत्र में कर रही हैं निवेश

इलेक्ट्रॉनिक्स के अलावा दूसरी कंपनियां भी प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश कर रही हैं। पतंजलि के फूड पार्क का काम चल रहा है। इसमें इसी साल से उत्पादन शुरू होने की संभावना है। इसका सीधा फायदा स्थानीय युवाओं के साथ किसानों को भी मिलेगा। उनके कृषि उत्पाद का बाजार बढ़ेगा। इसके अलावा बॉडी केयर, फार्मा में संस्कार मेडिकेयर, प्लास्टिक इंजीनियरिग समेत विभिन्न क्षेत्र के लिए उत्पाद बनाने वाली कंपनियों का निवेश शामिल है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश के लिए कंपनियों की रुचि बढ़ी है। खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों का रुझान अधिक है। पिछले एक साल में सात हजार करोड़ से अधिक का निवेश हो चुका है। एयरपोर्ट को देखते हुए निवेश में और तेजी आने की उम्मीद है।

शैलेंद्र भाटिया, ओएडी यमुना प्राधिकरण


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