एयरपोर्ट के दूसरे चरण में रन्हेरा की होगी सबसे अधिक जमीन अधिगृहीत
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए रन्हेरा
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए रन्हेरा गांव की सबसे अधिक पांच सौ हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जाएगी। तीन गांव लगभग पूरी तरह अधिगृहीत होंगे। कुल सात गांवों की 1365 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जाएगी। शासनादेश मिलने के बाद भूमि अर्जन का प्रस्ताव दस फीसद रकम के साथ जिला प्रशासन को भेजा जाएगा।
प्रदेश कैबिनेट ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए 1365 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की स्वीकृति दे दी है। इस अधिग्रहण से सात गांव प्रभावित होंगे। इसमें तीन गांव कुरैब, दयानतपुर व रन्हेरा पूरी तरह से अधिगृहीत हो जाएंगे। दयानतपुर व रन्हेरा की जमीन एयरपोर्ट के पहले चरण में भी अधिगृहीत की गई हैं। दूसरे चरण में सबसे कम नंगला शाहपुर की होगी।
शासनादेश मिलने के बाद यमुना प्राधिकरण भूमि अर्जन का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजेगा। इसके साथ ही अधिगृहीत जमीन के एवज में बंटने वाले मुआवजे की दस फीसद रकम भी जिला प्रशासन के खाते में जमा कराई जाएगी। इसके बाद जिला प्रशासन प्रभावित किसानों से जमीन अधिग्रहण पर सहमति व अधिग्रहण के कारण उन पर पड़ने वाले सामाजिक प्रभाव का आकलन (एसआइए) कराएगा। इसके लिए शासन स्तर से समिति गठित की जाएगी।
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गांव व अधिगृहीत होने वाला क्षेत्रफल
करौली बांगर - 200 हेक्टेयर
कुरैब - चार सौ हेक्टेयर
वीरमपुर -100 हेक्टेयर
दयानतपुर-175 हेक्टेयर
रन्हेरा -500 हेक्टेयर
नंगला शाहपुर-15 हेक्टेयर
मुढैरा-40 हेक्टेयर अधिगृहीत जमीन का यह क्षेत्रफल अभी अनुमानित है। इसमें बदलाव भी हो सकता है। बॉक्स
रनवे और एमआरओ की होंगी गतिविधि
अधिगृहीत की जा रही 1365 हेक्टेयर जमीन पर एक रनवे व मेंटीनेंस, रिपेयर ओवरहालिग एमआरओ गतिविधि होंगी। बॉक्स
पांच हजार हेक्टेयर जमीन चार चरण में होगी अधिगृहीत नोएडा एयरपोर्ट के लिए यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पांच हजार हेक्टेयर जमीन आरक्षित है। इसे चार चरण में अधिगृहीत किया जाएगा।
पहला चरण- 1334 हेक्टेयर अधिग्रहण पूर्ण हो चुका है
दूसरा चरण -1365 हेक्टेयर कैबिनेट ने अधिग्रहण के लिए स्वीकृति दी
तीसरा चरण -1318 हेक्टेयर
चौथा चरण -735 हेक्टेयर बॉक्स
एयरपोर्ट के लिए बढ़ सकता है जमीन का दायरा नोएडा एयरपोर्ट के लिए आरक्षित जमीन का दायरा बढ़ सकता है। अभी एयरपोर्ट के लिए पांच हजार हेक्टेयर जमीन आरक्षित है। मास्टर प्लान 2041 में एयरपोर्ट का दायरा बढ़ाने के लिए और जमीन आरक्षित करने पर मंथन किया जा रहा है। शासनादेश मिलने पर भूमि अर्जन का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा जाएगा। एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए 1365 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जाएगी।
डा. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण एवं नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड