नोएडा में कोरोना की दवा रेमडेसिविर को बनाने की अनुमति
जागरण संवाददाता नोएडा नोएडा में एक दवा कंपनी को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में इस्त
जागरण संवाददाता, नोएडा : नोएडा में एक दवा कंपनी को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में इस्तेमाल हो रही दवा एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिविर (जुबीआर) के उत्पादन की अनुमति दी गई है। भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने दवा कंपनी को रेमडेसिविर पर शोध के ट्रायल में सफल होने के बाद दवा उत्पादन और विपणन की मंजूरी दी है।
जिला औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि जुलाई में सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) से आए दो औषधि निरीक्षक और उत्तर प्रदेश सरकार के औषधि विभाग के सहायक आयुक्त की ओर से संयुक्त रूप से कोरोना बीमारी को खत्म करने के लिए कारगर औषधि रेमडेसिविर पर ड्रग मैन्युफैक्चरिग कंपनी जुबिलैंट लाइफ साइंसेज में चल रहे शोध का निरीक्षण किया था। उच्च अधिकारियों ने डीसीजीआइ को इसकी रिपोर्ट सौंपी थी। डीसीजीआइ की ओर से कंपनी को वैक्सीन बनाने की अनुमति दे दी गई है। यह पहली ऐसी कंपनी है कि जिसे प्रदेश में रेमडिसिविर के उत्पादन की अनुमति दी गई है। इस प्लांट में प्रति माह 1 लाख 7 हजार इंजेक्शन बनेंगे। इससे पहले कंपनी ने अपने कर्नाटक स्थित मैसूर प्लांट से रेमडेसिविर की एक डोज प्रदेश सरकार को सौंपी है। सरकार जरूरतमंदों को यह इंजेक्शन निश्शुल्क देगी। यह सुविधा सरकारी कोविड अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए होगी।
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आपात स्थिति में है कारगार रेमडेसिविर
कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीज की हालत गंभीर होने पर उसे आपात स्थिति रेमडेसिविर दवा की डोज पांच दिन तक दी जाती। पहले दिन मरीज को इंजेक्शन के रूप में 200 एमजी व अगले चार दिन तक 100-100 एमजी के इंजेक्शन दिए जाते हैं। इससे गंभीर मरीजों की हालत में एक सप्ताह में सुधार देखने को मिलता है।
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कोरोना एंटी वायरल मेडिसिन रेमडेसिविर के उत्पादन के लिए एक कंपनी को मंजूरी मिली है। इससे न सिर्फ गौतमबुद्ध नगर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को फायदा मिलेगा।
- सुहास एलवाइ, जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर