बिल्डर परियोजनाओं पर एनजीटी के नियमों का हो रहा उल्लंघन
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में विभिन्न बिल्डर की परियोजनाओं पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है। जुर्माना लगाए जाने के बाद भी बिल्डर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है। एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग अब तक सौ से अधिक बिल्डरों पर जुर्माना लगा चुका है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेनो वेस्ट में विभिन्न बिल्डर की परियोजनाओं पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का खुला उल्लंघन हो रहा है। जुर्माना लगाए जाने के बाद भी बिल्डर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग अब तक सौ से अधिक बिल्डरों पर जुर्माना लगा चुका है।
दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट में दो सौ से अधिक बिल्डर की परियोजना निर्माणाधीन है। बिल्डर निर्माण कार्य में एनजीटी के नियमों का उल्लंघन कर रहे है। निर्माण सामग्री खुले में पड़ी है। परियोजनाओं को तिरपाल से भी नहीं ढका गया है। जिससे आसपास की सोसायटियों में रहने वाले लोगों को परेशानी हो रही थी। नेफोवा टीम सदस्यों के साथ-साथ निवासियों ने पिछले दिनों इसकी शिकायत एनजीटी से की थी। एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण विभाग के अधिकारियों की समिति ने ग्रेनो वेस्ट स्थित परियोजनाओं का निरीक्षण किया। जांच में बिल्डर परियोजनाओं पर एनजीटी के मानकों का उल्लंघन होता पाया गया। निवासियों का आरोप है कि जुर्माना लगाए जाने के बाद भी बिल्डर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। परियोजनाओं के बाहर निर्माण सामग्री खुले में पड़ी है। कासा ग्रीन्स बिल्डर पर लगा पांच लाख का जुर्माना
एनजीटी के नियमों का उल्लंघन करने पर प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने कासा ग्रीन्स बिल्डर पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। निरीक्षण के दौरान सोसायटी में पर्यावरण के नियमों का उल्लंघन पाया गया है। नेफोवा टीम के सदस्य मनीष कुमार ने इसकी शिकायत एनजीटी से की थी। एनजीटी के आदेश पर प्रदूषण विभाग ने कमेटी गठित कर रिपोर्ट तलब की। नेफोवा टीम सदस्य मनीष कुमार ने बताया कि उन्होंने तीन अन्य बिल्डरों के खिलाफ एनजीटी से शिकायत की है। बिल्डर की सोसायटियों में एनजीटी के नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है।
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