20 लाख की आबादी में केवल दो सरकारी महाविद्यालय
देश में उच्च शिक्षा का हब गौतमबुद्ध नगर में स्थानीय छात्रों को आज भी सरका
अजय चौहान, नोएडा :
देश में उच्च शिक्षा का हब गौतमबुद्ध नगर में स्थानीय छात्रों को आज भी सरकारी कालेजों में पढ़ाई के लिए गाजियाबाद और बुलंदशहर में प्रवेश लेना पड़ता है। जिले में केवल दो ही सरकारी महाविद्यालय हैं। इसमें भी एक बालिका महाविद्यालय है। इसके अलावा दादरी में मिहिर भोज पीजी कालेज के रूप में एक अर्द्धसरकारी महाविद्यालय है। ऐसे में जिले में परास्नातक और एलएलबी के लिए छात्रों को पूरी तरह निजी संस्थानों पर निर्भर रहते हैं या दूसरे जिलों में जाना पड़ता है। खासकर नोएडा क्षेत्र के छात्रों को खासी दिक्कत होती है। जिले में कई बार डिग्री कालेज की मांग उठी, लेकिन बात कागज से आगे नहीं बढ़ पाई है। इसकी पड़ताल करती दैनिक जागरण की रिपोर्ट..
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोएडा की स्थापना 1982 में हुई थी। तब गौतमबुद्ध नगर की जनसंख्या 5.50 लाख थी। आज जिले की आबादी चार गुना बढ़कर 20 लाख हो गई है, लेकिन छात्रों के लिए केवल एक ही सरकारी महाविद्यालय है। इस बीच केवल लड़कियों के लिए 1997 में कुमारी मायावती राजकीय महिला पीजी कालेज बना। तब आबादी करीब 10 लाख थी। ऐसे में सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले जिले के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डिग्री कालेज में भी केवल तीन ही विषयों में परास्नातक की पढ़ाई होती है। इसके अलावा बीएड और एलएलबी के लिए भी सुविधा नहीं है। 2021 में 50 हजार विद्यार्थियों ने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इनमें से 40 फीसद स्थानीय स्तर पर प्रवेश लेते हैं। मजबूरी में छात्रों को दूसरे जिलों का रुख करना पड़ता है या निजी कालेजों में प्रवेश लेना पड़ता है। विद्यार्थियों की आवाज
सेक्टर-51 निवासी संध्या और सेक्टर-40 निवासी विनीता चौधरी ने डिग्री कालेज से स्नातक की पढ़ाई की है। अब उनको परास्नातक के लिए गाजियाबाद जाना पड़ता है। दोनों ही वहां के एसडी कालेज में एमए समाजशास्त्र में अंतिम वर्ष की छात्रा हैं। बहलोलपुर निवासी रवि यादव भी गाजियाबाद के एमएमएच कालेज में पढ़ाई करते हैं। इसी तरह बहुत सारे छात्र हैं, जो उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने को मजबूर रहते हैं।
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हमारी सरकारी में डिग्री कालेज में एलएलबी के लिए नई बिल्डिंग बनी थी लेकिन आज तक उसमें पाठ्यक्रम शुरू नहीं हो पाया है। एलएलबी के साथ सभी प्रमुख विषयों में परास्नातक और एलएलबी पाठ्यक्रम शुरू करवाना हमारी प्राथमिकता में है।
-सुनील चौधरी, सपा प्रत्याशी नोएडा विधानसभा
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पिछली सरकारों ने नोएडा की भूमि को केवल बिल्डरों को बेचने का काम किया है। यहां के स्थानीय युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। हमने अपनी घोषणा पत्र में इस मुद्दे को प्राथमिकता में रखा है। हमें मौका मिलता है और हमारी सरकार बनती है यह हमारी प्रमुख प्राथमिकता में रहेगा। - पंखुड़ी पाठक, कांग्रेस प्रत्याशी नोएडा विधानसभा। डिग्री कालेज में नए परास्नातक पाठ्यक्रम शुरू करने का मामला प्रक्रिया में है। छात्रों की मांग पर कालेज से रिपोर्ट लेकर शासन को भेजी गई है। इस पर मुख्यमंत्री ने भी संज्ञान लिया था। आगामी सत्र में यहां एमए और एमएससी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई हो सकेगी।
-पंकज सिंह, नोएडा विधायक और भाजपा प्रत्याशी।