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निर्माण की दहलीज पर पहुंचा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा कई पड़ाव को पार करते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण की दहलीज पर पहुंच गया है। एयरपोर्ट को केंद्र से सभी अनापत्तियां मिल चुकी हैं। एक माह में मास्टर प्लान का तकनीकी परीक्षण पूरा हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 08:43 PM (IST)Updated: Fri, 18 Dec 2020 08:43 PM (IST)
निर्माण की दहलीज पर पहुंचा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
निर्माण की दहलीज पर पहुंचा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: कई पड़ाव को पार करते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण की दहलीज पर पहुंच गया है। एयरपोर्ट को केंद्र से सभी अनापत्तियां मिल चुकी हैं। एक माह में मास्टर प्लान का तकनीकी परीक्षण पूरा हो जाएगा। नए साल में जनवरी-फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला रख सकते हैं। अगले तीन साल में एयरपोर्ट से हवाई सेवाओं का संचालन शुरू होगा। राजनीतिक झंझावातों से निकलकर धरातल पर उतरा

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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने फाइलों से लेकर धरातल पर उतरने के लिए लंबा सफर तय किया है। परियोजना को राजनीतिक झंझावातों का भी सामना करना पड़ा। केंद्र व प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद एयरपोर्ट का आकाश पूरी तरह से साफ हो गया। सबसे अधिक बोली लगाकर बिड की अपने नाम

देश का सबसे अधिक प्रति यात्री राजस्व देने वाला एयरपोर्ट विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी ने राजस्व की सबसे अधिक 400.97 रुपये प्रति यात्री बोली लगाकर नोएडा एयरपोर्ट की बिड अपने नाम की है। किसी भी एयरपोर्ट के लिए अभी तक मिलने वाली यह सबसे बड़ी राशि है। इसके साथ ही सौ फीसद विदेशी निवेश वाला पहला भारतीय एयरपोर्ट भी बन गया है। संचालन के सातवें साल से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कंपनी लिमिटेड (नियाल )की झोली राजस्व से भरना शुरू होगी। कंपनी में प्रदेश सरकार के अलावा नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण की हिस्सेदारी है। बगैर विवाद के जमीन अधिग्रहण कार्य पूरा हुआ

नया भूमि अधिग्रहण कानून लागू होने के बाद बगैर किसी विवाद के छह गांव की 1334 हेक्टयर जमीन का अधिग्रहण पूरा हुआ है। एयरपोर्ट से प्रभावित 3060 परिवारों के पुनर्वास का कार्य शुरू हो चुका है। नोएडा एयरपोर्ट हवाई जहाज के मेंटीनेंस, रिपेयर ओवरहालिग का मुख्य केंद्र बनेगा। इसके लिए दूसरे चरण के विस्तार को भी प्रदेश की परियोजना निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति से स्वीकृति दे दी है। प्रदेश सरकार से मंजूरी के बाद दूसरे चरण की 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण शुरू हो जाएगा। तैयार हुआ मास्टर प्लान और डिजायन

विकासकर्ता की एसपीवी कंपनी यमुना इंटरनेशनल लिमिटेड ने एयरपोर्ट निर्माण के लिए कमान संभाल ली है। मास्टर प्लान, डिजायन तैयार हो चुका है। अब इंतजार है तो सिर्फ एयरपोर्ट के शिलान्यास का। यह इंतजार भी जनवरी फरवरी में समाप्त होने की संभावना है। बॉक्स

चीन के बाद एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट

नोएडा एयरपोर्ट एशिया में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा और देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। पांच चरणों में सभी कार्य पूरा होने के बाद नोएडा एयरपोर्ट पर पांच रनवे होंगे। बॉक्स

कनेक्टिविटी में बेजोड़

नोएडा एयरपोर्ट कनेक्टिविटी में भी बेजोड़ है। ईस्टर्न पेरीफेरल, यमुना एक्सप्रेस वे से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पहले से है। दिल्ली- वाराणसी हाईस्पीड रेल का पड़ाव भी नोएडा एयरपोर्ट पर होगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से भी इसे जोड़ा जाएगा। इसके अलावा मेट्रो से भी कनेक्टिविटी मिलेगी। वर्जन..

नोएडा एयरपोर्ट की सभी औपचारिकता पूरी हो चुकी हैं। मास्टर प्लान का तकनीकी परीक्षण किया जा रहा है। इसे स्वीकृति मिलने के बाद विकासकर्ता कंपनी निर्माण कार्य शुरू कर सकेगी।

-डॉ. अरुणवीर सिंह, सीईओ, नियाल बॉक्स

नोएडा एयरपोर्ट एक नजर में

2004 : जेवर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का फैसला, प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया

2012 : प्रदेश सरकार ने जेवर में एयरपोर्ट का फैसला रद किया, अन्य जगह बनाने का प्रस्ताव

06 जून 2017 : नागरिक उड्डयन विभाग ने एयरपोर्ट के लिए साइट क्लीयरेंस दिया

05 अक्टूबर 2017 : गृह मंत्रालय ने एयरपोर्ट के लिए अनापत्ति दी

11 जनवरी 2018 : रक्षा मंत्रालय से एयरपोर्ट को अनापत्ति मिली

09 मई 2018 : एयरपोर्ट के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सैद्धांतिक सहमति दी

30 मई 2019 : एयरपोर्ट की वैश्विक बिड निकाली गई

29 नवंबर 2019 : एयरपोर्ट निर्माण के लिए ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल का चयन

09 मार्च 2020 : एयरपोर्ट को पर्यावरण संबंधी अनापत्ति मिली

18 मई 2020 : ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिला

07 अक्टूबर : विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के साथ कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुआ

05 दिसंबर : विकासकर्ता कंपनी ने एयरपोर्ट का मास्टर प्लान सौंपा

10 दिसंबर : विकासकर्ता कंपनी ने एयरपोर्ट की डिजायन सौंपी

17 दिसंबर : एयरपोर्ट का लोगो जारी, डिजायन को मुख्यमंत्री से मिली स्वीकृति

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खासियत

-1334 हेक्टेयर में होगा नोएडा एयरपोर्ट का पहला चरण

-02 रनवे बनेंगे पहले चरण में

-05 रनवे होंगे नोएडा एयरपोर्ट पर

-05 चरण में होगा नोएडा एयरपोर्ट का विस्तार

-05 हजार हेक्टेयर जमीन है एयरपोर्ट के लिए आरक्षित

-1365 हेक्टेयर जमीन दूसरे चरण के विस्तार के लिए होगी अधिगृहीत

-06 गांव की जमीन ली गई है पहले चरण के लिए

-3060 परिवार होंगे पहले चरण में प्रभावित

-08 गांव होंगे दूसरे चरण के लिए जमीन अधिग्रहण से प्रभावित

-तीसरे रनवे के साथ शुरू होंगे एमआरओ गतिविधि

-एशिया में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट

-भारत में सबसे बड़ा होगा नोएडा एयरपोर्ट

-2023-24 से शुरू होंगी हवाई सेवाएं

-120 लाख सालाना यात्री शुरुआत में करेंगे सफर

-4500 करोड़ पहले चरण की लागत

-400.97 रुपये प्रति यात्री मिलेगा राजस्व

-एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष मिलेगा रोजगार


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