नहीं रुकी पानी की बर्बादी, तो पेयजल को तरसेंगे दादरीवासी
गौतमबुद्ध नगर जिले में दादरी में पेयजल का स्तर लगातर गिरता जा रहा है। दादरी में पानी की टंकियों का निर्माण तो किया गया, लेकिन पेयजल की आपूर्ति न होने से अधिकतर लोगों ने समरसिबल लगा लिए हैं। इन समरसिबल से हर समय पानी बहने के कारण प्रतिदिन हजारों लीटर पानी की बर्बादी होती है।
राजीव वशिष्ठ, दादरी : गौतमबुद्ध नगर जिले में दादरी में पेयजल का स्तर लगातर गिरता जा रहा है। दादरी में पानी की टंकियों का निर्माण तो किया गया, लेकिन पेयजल की आपूर्ति न होने से अधिकतर लोगों ने समरसिबल लगा लिए हैं। इन समरसिबल से हर समय पानी बहने के कारण प्रतिदिन हजारों लीटर पानी की बर्बादी होती है। यदि समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले वर्षों में लोगों के सामने पानी का संकट बढ़ सकता है।
दादरी नगर में बढ़ते सबमर्सिबल पंप, आरओ प्लांट, सर्विस स्टेशनों पर बेहिसाब पानी बहाया जा रहा है। दादरी में दर्जनों पानी की टंकी बनी हैं, लेकिन जलापूर्ति नहीं होती। दादरी शहर की आबादी लगभग दो लाख के आसपास पहुंच चुकी है। अधिकतर लोगों ने सबमर्सिबल पंप लगा रखे हैं। इनसे हर समय नालियों में पानी बहता रहता है। इसके अलावा शहर में दर्जनों डेयरी हैं, जहां पशुओं को नहाने, सर्विस स्टेशन पर बहने वाले पानी के कारण लगातार जलस्तर बढ़ता जा रहा है। यदि इसी तरह पानी की बर्बादी होती रही तो आने वाले पांच वर्ष में दादरी में पानी की किल्लत होगी। लोग शुद्ध पेयजल के लिए तरसेंगे। दादरी नगर पालिका को अवैध रूप से चल रहे सबमरसिबल, सर्विस स्टेशन व अवैध रूप से चल रही डेयरी वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि पानी की बर्बादी पर अंकुश लग सके। शहर में अवैध रूप से चल रहे आरओ प्लांट व गैर कानूनी रूप से चल रहे सर्विस स्टेशनों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
-समीर कश्यप, अधिशासी अभियंता, दादरी नगर पालिका नहीं है वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम
भूजल लगातर नीचे जा रहा है, लेकिन नगर पालिका द्वारा शहर में वाटर हार्वे¨स्टग का कोई इंतजाम नहीं किया गया। वाटर हार्वे¨स्टग का इंतजाम न होने के कारण बरसात का पानी एकत्र नहीं हो पाता। इस कारण क्षेत्र में भूजल स्तर में कमी आ रही है। क्या है समाधान
-अवैध रूप से चल रहे आरओ प्लांटों पर रोक लगे
-पानी की टंकी से जलापूर्ति शुरू की जाए
-दादरी शहर व आसपास के तालाबों का सुंदरीकरण हो
-पानी की बर्बादी रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाए