यशपाल भाटी ने पेश की बहादुरी की मिसाल, 20 वर्ष की सेवा में आतंकी समेत 22 अपराधियों को किया ढेर
यशपाल ने जम्मू में टीम के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी को पकड़ा था जो कि श्रीनगर में टूरिज्म सेंटर को उड़ाने के लिए आए थे। आतंकवादी को पकड़ने वाली टीम की अगुवाई यशपाल भाटी ने की थी।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। मातृभूमि और देश सेवा करने का जज्बा जिसके अंदर हो वह कुछ भी कर गुजरने के लिए तैयार होता है। देशभक्तों के कारण ही हमारा देश सुरक्षित है। जब-जब दुश्मनों ने आंख दिखाने की कोशिश की तो भारत के वीर जवानों ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है कि ग्रेटर नोएडा के डाबरा गांव निवासी यशपाल भाटी ने। वर्तमान में यशपाल दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल में तैनात है।
दिल्ली पुलिस में 20 वर्ष पहले कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए यशपाल भाटी का जज्बा और लगन ऐसा है कि वह आउट ऑफ टर्न प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर बन गए। 20 वर्ष की नौकरी में उन्होंने कई ऐसे उत्कृष्ट कार्य किए जिसके लिए उनकी बहादुरी विभाग व समाज में चर्चा का विषय रहती है। यशपाल ने जम्मू में टीम के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी को पकड़ा था जो कि श्रीनगर में टूरिज्म सेंटर को उड़ाने के लिए आए थे। आतंकवादी को पकड़ने वाली टीम की अगुवाई यशपाल भाटी ने की थी।
वर्ष 2019 में अफगानिस्तान से आने वाले मादक पदार्थ हेरोइन की बड़ी खेप 330 किलो भी उन्होंने पकड़ी। उसकी कीमत करीब 1300 करोड़ थी और आठ अंतरराष्ट्रीय तस्करों को पकड़ा था। इसी वर्ष सात जुलाई को भी उन्होंने करीब 2500 करोड़ की मादक पदार्थ की खेप पकड़ी। यह अब तक किसी भी पुलिस द्वारा पकड़ी जाने वाली सबसे बड़ी खेप है। विदेशी तस्कर भी पकड़े गए। यशपाल की वीरता के लिए उन्हें राष्ट्रपति मेडल मिल चुका है। इसके अलावा दो बार उन्होंने गृहमंत्री मेडल भी अपने नाम किया है।
पुलिस में नौकरी के दौरान उनको नौ बार असाधारण कार्य पुरस्कार मिल चुका है और करीब 150 बार पुलिस कमिश्नर उनको सम्मानित कर चुके है। अपनी कामयाबी का श्रेय यशपाल ने परिवार व अपनी टीम के कुशल नेतृत्व वाले अधिकारी एसीपी ललित मोहन व हिरदाय भूषण को दिया है।
अब तक पकड़े कुल 52 आतंकवादी
यशपाल भाटी अब तक कुल 52 आतंकवादी को पकड़ने में शामिल रहे हैं जिसमें 35 आतंकी इंडियन मुजाहिदीन संगठन के है। यह संगठन आतंकवादी को प्रशिक्षण भी देता है। उनका माइंड वॉश किया जाता है।