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500 करोड़ के ऑनलाइन घोटाले में फंसे कंपनी मालिक, STF करेगी जांच

500 करोड़ के इस घोटाले की स्कीम में लोगों ने लाखों रुपये लगाए थे। शुरू में लोगों को पैसा मिलता रहा, लेकिन बाद में पैसे आने बंद हो गए।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 15 Feb 2017 10:39 AM (IST)Updated: Wed, 15 Feb 2017 11:18 AM (IST)
500 करोड़ के ऑनलाइन घोटाले में फंसे कंपनी मालिक, STF करेगी जांच
500 करोड़ के ऑनलाइन घोटाले में फंसे कंपनी मालिक, STF करेगी जांच

नोएडा (जेएनएन)। दिल्ली और एनसीआर में ऑनलाइन ठगी के मामलों का सामने आना जारी है। इसी कड़ी में 3700 की ठगी करने वाले अनुभव मित्तल की कंपनी की तर्ज पर ही नोएडा में वेब वर्क और एबीसी कंपनी का खुलासा हो चुका है। हजारों करोड़ रुपये के घोटालों का अनुमान लगाया जा रहा है। प्राथमिक जांच के मुताबिक, वेब वर्क में ही ये घोटाला 500 करोड़ का है।

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दो दिन पहले दिन इस सिलसिले में नोएडा के सेक्टर-20 थाने में एक पीड़ित अमित कुमार जैन ने मुकदमा दर्ज कराया था। अमित ने वेब वर्क कंपनी के मालिक को अनुराग गर्ग और संदेश वर्मा के खिलाफ नामजद शिकायत कराई थी। निवेशकों ने इस कंपनी के दफ्तर पर कुछ दिन पहले जमकर हंगामा भी किया था।

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आरोपियों पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

पीड़ित अमित कुमार जैन की शिकायत पर मुकदमा दर्ज हो जाने के बाद पुलिस अब कंपनी के मालिक अनुराग गर्ग और सन्देश वर्मा को गिरफ्तार कर सकती है। इस मामले की जांच भी यूपी एसटीएफ को सौंप दी गई है, जो पहले से ही अनुभव मित्तल की कंपनी के मामले में जांच कर रही है।

जानें वेबवर्क कंपनी के बारे में

जांच में सामने आया है कि वेब वर्क और एबीसी ये दोनों एक ही शख्स की कपंनी हैं। इस कंपनी का संचालन नोएडा के सेक्टर 2 में डी-57 से किया जा रहा है। सोशल मीडिया और नेट पर इनकी पहचान ADDSBOOKS.COM के नाम से है।

यूं हुआ खुलासा

इस मामले का खुलासा अमित कुमार जैन नामक एक सोशल वर्कर की शिकायत के बाद हुआ था। अमित ने भी एबीसी कंपनी में पैसा निवेश किया था। उन्होंने 3 लाख 45 हज़ार रुपये का निवेश किया था। कुछ दिन तो इनको पैसा मिलता रहा, लेकिन अब पैसा आना बंद हो गया। अब कंपनी की वेब साइट भी चलनी बंद हो गई है।

यह भी है आरोप

पुलिस की जांच में सामने आया है कि 500 करोड़ के इस घोटाले की स्कीम में लोगों ने लाखों रुपये लगाए थे। शुरू में लोगों को पैसा मिलता रहा, लेकिन बाद में पैसे आने बंद हो गए। अभी हाल ही में कंपनी बिट कोइन्स के रूप में पैसे दे रही थी,जो गैर कानूनी करेंसी है।


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