यूपी के प्रोफेसर ने बनाई स्मार्ट डाउन रॉड, अब पंखे से फांसी लगा नहीं कर सकेंगे आत्महत्या
उत्तर प्रदेश के प्रोफेसर महिप सिंह ने स्मार्ट डाउन रॉड बनाई है जिसकी विशेषता है कि पंखे पर 40 किलो से अधिक का भार पड़ते ही रॉड छह फीट नीचे आ जाएगी और व्यक्ति आत्महत्या नहीं कर पाएगा।
ग्रेटर नोएडा [मनीष तिवारी]। जीवन अनमोल है, लेकिन विभिन्न परेशानियों के कारण तनाव में आकर अक्सर लोग आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लेते हैं। इसमें पंखे से लटककर आत्महत्या करने वालों की संख्या अधिक है। ग्रेटर नोएडा स्थित नॉलेज पार्क स्थित आइटीएस कॉलेज के प्रोफेसर महिप सिंह ने स्मार्ट डाउन रॉड बनाई है, जिसकी विशेषता है कि पंखे पर 40 किलो से अधिक का भार पड़ते ही रॉड छह फीट नीचे आ जाएगी और व्यक्ति आत्महत्या नहीं कर पाएगा। पंखा गंदा होने व खराब होने की स्थिति में भी उसे साफ करने व मरम्मत करने में मदद मिलेगी। प्रोफेसर ने नए आविष्कार का पेटेंट करा लिया है। पेटेंट करने वाली टीम ने उनके बहुपयोगी आविष्कार को सराहा है।
महिप सिंह ने बताया कि एक सर्वे के अनुसार दुनिया भर में प्रति वर्ष आठ लाख लोग आत्महत्या करते हैं। भारत में एक लाख तीन हजार लोग आत्महत्या करते हैं। लगभग तीस हजार लोग आत्महत्या के लिए पंखे से लटक कर फांसी का तरीका चुनते हैं। इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए उन्होंने यह रॉड तैयार की है। इसे तैयार करने में करीब चार माह तक मेहनत करनी पड़ी।
वजन पड़ते ही नीचे की ओर खिंच जाएगी रॉड
उन्होंने बताया कि रॉड में ऊपर उल्टे वी आकार का स्मार्ट लैच लगाया गया है, इसके दोनों सिरे जुड़े नहीं होते। लैच के पीछे की तरफ स्प्रिंग लगाई गई है। पंखे से फांसी लगाने के लिए अगर व्यक्ति उससे लटकता है तो अधिक वजन के कारण स्प्रिंग में ¨खचाव होता है। इससे रॉड नीचे की ओर ¨खच जाती है।
ऐसे काम करती है रॉड
महिप ने बताया कि फोल्डिंग रॉड में ऊपर की तरफ एक हुक दिया गया है। पंखे को हल्का सा ऊपर की ओर पुश करते ही हुक के सहारे फंसी रॉड खुल जाती है और धीरे-धीरे नीचे आ जाती है। पंखे की आसानी से सफाई या मरम्मत की जा सकती है। दोबारा ऊपर की तरफ पुश करते ही रॉड वापस हुक में फंस जाती है। वहीं पंखे में बिजली के तार को जोड़ने के लिए मैग्नेटिक कपलर लगाया गया है। पंखा नीचे आने पर कपलर स्वयं अलग हो जाता है और ऊपर जाने पर जुड़ जाता है।