Move to Jagran APP

भारतीय प्रतिभा के बल पर युगांडा दुनिया में आइटी सेक्टर का हब बनेगा

कजाला मोहम्मद बासावारी ने कहा कि कोराेना में अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। जबकि युगांडा की कुल जीडीपी में भारतीय निवेशकों का 90 फीसद योगदान रहा है। 2015 में भारत-युगांडा के बीच 1600 मिलियन डॉलर का कारोबार होता था लेकिन आज सिमट कर 800 मिलियन डॉलर रह गया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 09:00 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 09:00 PM (IST)
भारतीय प्रतिभा के बल पर युगांडा दुनिया में आइटी सेक्टर का हब बनेगा
युगांडा के उप उच्चायुक्त कजाला मोहम्मद बासवारी अपनी बात रखते हुए।

नोएडा [कुंदन तिवारी]। पूरी दुनिया में भारतीय आइटी सेक्टर का डंका बज रहा है। इसी के बल पर अमेरिका सुपर पावर बना है, लेकिन भारत छोटी-छोटी चिप के लिए आज भी चीन पर निर्भर है। जबकि अमेरिका में तीन बड़े इंटरनेट मीडिया के सीईओ भारतीय मूल से है। इसमें गूगल सीईओ सुंदर पिचेई, एडोब के शांतनु नारायण, माइक्रोसॉफ्ट के संजय मल्होत्रा हैं। युगांडा भी भारतीय प्रतिभा के दम पर आइटी व सर्विस इंडस्ट्री का हब बनना चाहता है। युगांडा सरकार का मकसद है कि देश में आकर भारतीय निवेश करें, चीन जैसा छोटी-छोटी चिप का नया बाजार विकसित करें। इससे भारतीयों की चीन से निर्भरता समाप्त होगी, कारोबारी संभावनाओं का नया बाजार भी खड़ा हो सकेगा। यहां निवेश से सिर्फ युगांडा में ही नहीं, बल्कि अन्य अफ्रीकी देश जैसे सुडान, केन्या के बाजार को भी आसानी से कारोबार के लिए कवर किया जा सकता है। यह बात युगांडा के उप उच्चायुक्त कजाला मोहम्मद बासवारी ने कही।

loksabha election banner

वह शनिवार नोएडा सेक्टर-56 स्थित रेडिशन ब्लू होटल में इंडिया-युगांडा ट्रेड एसएमई कनेक्ट सेमिनार में शामिल हुए। इसका आयोजन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आइआइए) की ओर से किया गया। इस दौरान कजाला मोहम्मद बासावारी ने कहा कि कोराेना संकट काल में दोनों देशों की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। जबकि युगांडा की कुल जीडीपी में भारतीय निवेशकों का 90 फीसद योगदान रहा है।

वर्ष 2015 में भारत-युगांडा के बीच 1600 मिलियन डॉलर का कारोबार होता था, लेकिन आज सिमट कर 800 मिलियन डॉलर रह गया है। आइआइए नोएडा चेप्टर चेयरमैन कुलमणि गुप्ता ने कहा कि भारत-युगांडा के बीच व्यापारिक गतिविधियों को मजबूत करने के लिए एग्रो, आइटी, कपड़ा, फूड प्रोसेसिंग एवं फार्मा सेक्टर को बढ़ावा दिया जा सकता है। इसके लिए जल्द आइआइए का प्रतिनिधि मंडल युगांडा का दौरा करेगा। आइआइए अंतररास्ट्रीय व्यापार, आयात निर्यात प्रकोष्ठ की को-चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा कि युगांडा उच्चायुक्त ने नोएडा उद्योगपतियों के सकारात्मक रुख को देखते हुए संभावना जताई कि यह कार्यक्रम भारत-युगांडा व्यापारिक संबंधों में एक नया आयाम स्थापित करने में मददगार होगा। इस मौके पर नोएडा चैप्टर उपाध्यक्ष उमेश बत्रा, आशीष मल्होत्रा, विशारद गौतम, मनोज कुमार, प्रदीप गुप्ता, राजीव सूद, जितेंद सिंह राणा, पीपी शर्मा, महेश मुंद्रा, अंजुल गुप्ता, राजीव गोयल समेत उपस्थित रहे।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.