नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर जाने वाले जरूर पढ़े ये खबर, नहीं तो हो सकते हैं परेशान Noida News
वर्तमान में कार के लिए 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तय है। साथ ही निर्माण कार्य के बोर्ड व चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएंगे।
नोएडा [कुंदन तिवारी]। बोडाकी से रेवाड़ी तक बनाए जा रहे दादरी-मुबंई डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) के 128 किलोमीटर लंबे अलाइमेंट का 11 किलोमीटर हिस्सा गौतमबुद्ध नगर में है। यह ट्रैक सेक्टर-150 स्थित नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ 45 मीटर चौड़ी सड़क, सर्विस लेन होता हुआ एक्वा लाइन के ऊपर से निकलेगा। पिलर के लिए तीन फाउंडेशन (आधार) बनाए जाने हैं।
पहला 45 मीटर सड़क के किनारे व दूसरा एक्सप्रेस-वे की सेंट्रल वर्ज और तीसरा सर्विस लेन के पास बनाया जाएगा। इनके निर्माण में तीन माह का समय लगेगा। इसके लिए दो दिन में प्राधिकरण डीएफसी को एनओसी जारी कर देगा। निर्माण के दौरान डायवर्जन नहीं किया जाएगा, बल्कि निर्माण स्थान के पास लेन को कम किया जाएगा। इसके अलावा जिस समय एलिवेटेड पर एक्वा लाइन के ऊपर गार्डर रखा जाएगा उस समय नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) से मेगा ब्लाक लिया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
एक्सप्रेस-वे पर पिलर बनाने का काम होगा शुरू
डीएफसी ने पिलर का आधार बनाने के लिए प्राधिकरण में एनओसी के लिए आवेदन किया था। जल, सीवर, सड़क, बिजली की लाइनों को क्षति न हो इसके लिए प्राधिकरण अधिकारियों ने निरीक्षण कर एक रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट को अब मंजूरी मिल गई है। ऐसे में प्राधिकरण डीएफसी को दो दिनों में एनओसी जारी कर सकता है। इसके बाद एक्सप्रेस-वे पर पिलर बनाने का काम शुरू होगा।
तीन माह तक छह की जगह तीन लेन चालू रहेगी
यह पिलर सेंट्रल वर्ज पर बनाया जाएगा। ऐसे में पिलर के आधार से लगभग दो गुने लाइन तक एक्सप्रेस-वे की लेन को बंद किया जाएगा, यानी यहां सड़क की चौड़ाई छह की बजाय तीन लेन की रह जाएगी। यहां से निकलने वाले वाहनों की रफ्तार कम होगी। वर्तमान में यहां कार के लिए 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार तय है। साथ ही निर्माण कार्य के बोर्ड व चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएंगे। यह भी बताया गया कि निर्माण का कार्य दिन में होगा।
नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक (सिविल) केके अग्रवाल ने बताया कि दो दिन में दादरी-मुंबई डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की एनओसी जारी कर दी जाएगी। इसके दौरान तीन माह तक रेलवे की ओर से निर्माण कराया जाएगा। इसमें छह की जगह तीन लाइन पर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर यातायात संचालित होगा। परेशान न हो इसके लिए तैयारी की जा रही है।