लॉजिस्टिक व वेयरहाउस का हब बनेगा टप्पल शहरी केंद्र, मास्टर प्लान पर सरकार ने लगाई मुहर
यमुना प्राधिकरण में अधिसूचित टप्पल बाजना शहरी केंद्र फेज दो में प्रस्तावित है। इसका मास्टर प्लान सरकार ने स्वीकृत कर दिया है। राया मथुरा केंद्र के साथ ही टप्पल बाजना विकसित किया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास होने की वजह से यह औद्योगिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र होगा।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। टप्पल बाजना शहरी केंद्र को लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इसलिए औद्योगिक उपयोग के आरक्षित भूमि के बराबर ही मिश्रित भूपयोग श्रेणी होगी। सेक्टर में 35 सेक्टर विकसित होंगे।
प्रदेश सरकार ने स्वीकृत किया मास्टर प्लान
यमुना प्राधिकरण में अधिसूचित टप्पल बाजना शहरी केंद्र फेज दो में प्रस्तावित है। इसका मास्टर प्लान प्रदेश सरकार ने स्वीकृत कर दिया है। राया मथुरा केंद्र के साथ ही टप्पल बाजना केंद्र विकसित किया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक होने की वजह से यह औद्योगिक गतिविधियों का मुख्य केंद्र होगा।
टप्पल बाजना में लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस को मिलेगा प्राथमिकता
नोएडा एयरपोर्ट यात्रियों के साथ कार्गो का मुख्य केंद्र होगा। एनसीआर से कार्गो को दुनिया भर के देशों में भेजने एवं वहां से आने वाला माल नोएडा एयरपोर्ट पर उतारा जाएगा। एयरपोर्ट का आस पास का क्षेत्र आने वाले समय में लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसलिए यमुना प्राधिकरण टप्पल शहरी केंद्र में लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस को प्राथमिकता देगा।
11104 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा शहर
टप्पल बाजना शहर 11104 हेक्टेयर में विकसित होगा। शहर में 1794 हेक्टेयर जमीन उद्योग के लिए आरक्षित होगी। इसके अलावा 1608 हेक्टेयर जमीन मिश्रित भूपयोग श्रेणी के लिए आरक्षित होगी। शेष भूमि अन्य श्रेणी की गतिविधियों के लिए होगी।
शहर में होंगे 35 सेक्टर
टप्पल बाजना शहरी केंद्र में 35 सेक्टर विकसित किए जाएंगे। यह सेक्टर उद्योग, संस्थागत, आवासीय, रिक्रिएशनल आदि श्रेणी के लिए होंगे। प्राधिकरण योजनाओं के जरिये इन सेक्टरों में भूखंड आवंटन करेगा।
जल्द शुरु होगा जमीन अधिग्रहण
टप्पल बाजना शहर को बसाने के लिए यमुना प्राधिकरण जमीन अधिग्रहण जल्द शुरू करेगा। किसानों से सहमति के आधार पर जमीन खरीदने के अलावा लैंडपूल पालिसी के तहत जमीन लेने का विकल्प भी होगा। लैंडपूल पालिसी को हाल में प्रदेश सरकार ने लागू किया है। यमुना प्राधिकरण इसे बोर्ड के जरिये स्वीकृत कर चुका है। इस पालिसी के तहत किसान से ली गई जमीन का 25 फीसद उसे विकसित कर वापस किया जाएगा। किसान इस अपने हिस्से की जमीन को उद्योग, कामर्शियल, आवासीय आदि श्रेणी में उपयोग कर सकेगा या बेच कसेगा।
राया शहरी केंद्र के साथ टप्पल शहरी केंद्र को भी विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार इसका मास्टर प्लान स्वीकृत कर चुकी है। नोएडा एयरपोर्ट के नजदीक होने के कारण यहां लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउस को प्राथमिकता दी जाएगी। (डा. अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण)
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