Shrikant Tyagi Noida: गिरफ्तारी के बाद भी नहीं टूटा श्रीकांत त्यागी का राजनीतिक गुरूर, साथ न देने वालों को दी खुली 'धमकी'
Shrikant Tyagi Case फरारी के दौरान दबिश देने वाली टीम का हिस्सा रहे एक अधिकारी ने बताया कि करीबियों पर शिकंजा कसने के बाद श्रीकांत टूटने लगा था। श्रीकांत ने जिले की राजनीति में कभी दखल नहीं दिया।
नोएडा [रविप्रकाश सिंह रैकवार]। मैं समंदर हूं, लौट कर वापस आऊंगा। जिन लोगों ने मेरा साथ नहीं दिया है, 2027 में उनको अहसास दिलाऊंगा। सलाखों के पीछे जाने से पहले भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी द्वारा कहे गए यह शब्द अपने अंदर राजनीतिक हलचल का जखीरा समेटे हुए हैं। 2027 से आशय आगामी विधानसभा चुनाव से है।
जिले की राजनीति में कभी नहीं दिया दखल
राजनीतिक महत्वाकांक्षा होने के बावजूद श्रीकांत ने जिले की राजनीति में कभी दखल नहीं दिया। रविवार रात श्रीकांत के पक्ष में आकर सोसायटी में हंगामा करने में मामले में फरार चल रहे चार आरोपितों की तलाश में पुलिस की दो टीमों ने गाजियाबाद और नोएडा के कई ठिकानों पर दबिश दी।
इस मामले में शामिल सभी आरोपित गाजियाबाद के रहने वाले हैं और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा से जुड़े हैं। फरार आरोपितों की पहचान अजीत चौधरी, निशांत त्यागी, सचिन त्यागी और अंकुर मिश्रा के रूप में हुई है।
करीबियों पर शिकंजा कसते ही टूटने लगा था श्रीकांत
उसने घटना के दो दिन तक तो करीबियों से गोपनीयता बनाए रखी, लेकिन रविवार रात से उसने अलग-अलग नंबरों से करीबियों से संपर्क साधना शुरू किया था।
चार मिनट की चूक पड़ गई भारी
काम में लापरवाही बरतने के आरोप में एक एसआई सहित चार कांस्टेबल को सोमवार को निलंबित कर दिया गया। एक महिला कांस्टेबल ने बताया कि जिस समय हंगामा हुआ, शिफ्ट बदलने वाली थी। सोसायटी में शांति थी, ऐसे में आठ बजे से चार मिनट पहले ही वह बाहर निकल गई। चंद मिनट की चूक मुझे भारी पड़ गई।
स्वामी प्रसाद का घर आना-जाना था
श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने बुधवार को मीडिया के सामने कहा कि प्रदेश सरकार में पूर्व में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य का घर पर आना-जाना था। अनु ने पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पूछताछ के नाम पर उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया गया।
घटना के बाद उनके पति माफी मांगने के लिए तैयार थे, लेकिन मामले ने ऐसा तूल पकड़ा कि उन्हें भागना पड़ा। महिला से अभद्रता करना गलत है, लेकिन यह भी सही नहीं है कि चार लोगों को एकत्र कर उसका घर तोड़ दें और पुश्तैनी संपत्ति को अवैध बता दिया जाए। अभी सोसायटी में सभी लोग उन पर तंज कस रहे हैं, जबकि हकीकत यह है घटना के पहले 90 प्रतिशत लोग उन्हें जानते भी नहीं थे।
गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर चला मीम का दौर
श्रीकांत की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर मीम का दौर चल पड़ा है। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान श्रीकांत के पहनावे पर एक यूजर ने लिखा, "रियल मैड्रिड के प्रशंसक इससे खुश नहीं हैं। मास्क नहीं हटाने पर यूजर ने लिखा कि मैं झुकेगा नहीं..।"