एथलीट खिलाड़ी पिता ने बेटी को दिखाई राह, शिखर पर पहुंचीं शिखा Noida News
दाएं हाथ की बल्लेबाज 15 वर्षीय शिखा सहलावत उत्तर प्रदेश अंडर-19 टीम में चयनित होकर बीसीसीआइ के महिला अंडर-19 एक दिवसीय ट्रॉफी में प्रतिभाग कर रही है।
ग्रेटर नोएडा [चंद्रशेखर वर्मा]। राष्ट्रीय स्तर के एथलीट रह चुके योगेश कुमार ने अपनी बच्ची के सपनों को मरने न दिया। परिवार में विरोध के बावजूद उन्होंने अपनी बेटी को क्रिकेट की कोचिंग के लिए भेजा। बेटी ने भी पिता के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए जी जान लगा दी। आज दाएं हाथ की बल्लेबाज 15 वर्षीय शिखा सहलावत उत्तर प्रदेश अंडर-19 टीम में चयनित होकर बीसीसीआइ के महिला अंडर-19 एक दिवसीय ट्रॉफी में प्रतिभाग कर रही है।
शिखा ग्रेटर नोएडा के एस्टर पब्लिक स्कूल में दसवीं की छात्र है। परिवार गाजियाबाद के अटौर-नंगला गांव में रहता है। पिता योगेश कुमार किसान हैं, मां अंजु देवी गृहणी हैं। इसके अलावा दो बड़ी बहन और एक छोटी बहन व भाई है। योगेश बताते हैं कि बचपन से शिखा का मन पढ़ाई के अपेक्षा खेल में अधिक लगता था। कुछ लोगों ने खेल के हुनर को देखते हुए आगे का प्रशिक्षण दिलाने की बात कही।
शिखा पिछले करीब तीन वर्ष से एस्टर स्कूल में चलने वाले एकेडमी में क्रिकेट की बारीकियां सीख रही है। दिसंबर में मेरठ में हुए प्रतियोगिता के लीग मुकाबले में मेरठ की टीम से खेलते हुए शिखा ने शतकीय पारी खेली थी। पिछले दिनों शिखा ने प्रदेश के अंडर-19 महिला क्रिकेट के ट्रायल शिविर में हिस्सा लिया था। यहां बढ़िया प्रदर्शन के आधार पर राज्य की अंडर-19 टीम में जगह मिली।
योगेश बताते हैं कि वह खुद भी राष्ट्रीय स्तर के एथलीट रह चुके हैं। दिल्ली की तरफ से पांच हजार मीटर की दौड़ में वह दूसरे नंबर पर थे। परिवार में इस बात पर जोर था कि बेटी पढ़-लिख जाए। लेकिन शिखा को खिलाड़ी के तौर पर देखता तो लगता कि वह किक्रेट में अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाए। उसकी मेहनत ने मेरे अधूरे सपनों को पूरा कर दिया है।
आंध्र प्रदेश के खिलाफ शहर की लड़कियों ने किया कमाल
बीसीसीआइ के महिला अंडर-19 में एक दिवसीय ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश का मुकाबला आंध्र प्रदेश के साथ हुआ। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित मैच में प्रदेश की टीम ने दो विकेट से जीत दर्ज की। इसमें एस्टर की खिलाड़ी पाश्र्वी चोपड़ा ने जहां 10 ओवर में 23 रन देकर 3 विकेट लिए। वहीं, शिखा ने 44 गेंद में 29 रन की पारी खेली।