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Ramlila Festival 2022: रावण आयुर्वेदिक डाक्टर तो हनुमान भारतीय रेलवे में देते हैं सेवा

Ramlila Festival 2022हनुमान व भरत का किरदार निभाने वाले रोहित सैनी भारतीय रेलवे मुरादाबाद में कार्यरत हैं। काम के बीच में रामकाज के लिए रोहित अपनी मंडली के साथ पहुंच चुके हैं। लक्ष्मण का किरदार कर रहे कृष्णा श्रीवास्तव दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकाम की पढ़ाई कर रहे हैं।

By Vaibhav TiwariEdited By: Published: Mon, 26 Sep 2022 10:04 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 11:44 PM (IST)
Ramlila Festival 2022: रावण आयुर्वेदिक डाक्टर तो हनुमान भारतीय रेलवे में देते हैं सेवा
Ramlila Festival 2022:मुरादाबाद की रहने वाली परी त्यागी सीता का किरदार निभा रही हैं।

 जागरण संवाददाता, नोएडा : रामलीला का मंचन करने वाले कलाकार वाहवाही यूं ही नहीं लूट लेते हैं। इसके लिए कई घंटे की मेहनत मंच के पीछे की जाती है। सेक्टर-62 में श्रीराम मित्र मंडल की तरफ से आयोजित रामलीला में मंचन करने के लिए कलाकारों द्वारा चार घंटे से अधिक का अभ्यास किया जा रहा है।

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रामलीला का निर्देशन करने वाले अनिमेश पंडित तेल व गैस में रिसर्च एसोसिएट के रूप में काम कर रहे हैं। वह परशुराम व अंगद का किरदार 11 दिनों तक चलने वाली रामलीला में निभाएंगे। इसके साथ ही तकनीकी काम भी संभाल रहे हैं।

मयूर विहार दिल्ली में रहने वाले आयुर्वेदिक डाक्टर संजय शर्मा रामलीला में रावण का किरदार निभा रहे हैं। हनुमान व भरत का किरदार निभाने वाले रोहित सैनी भारतीय रेलवे मुरादाबाद में कार्यरत हैं। काम के बीच में रामकाज के लिए रोहित अपनी मंडली के साथ पहुंच चुके हैं। लक्ष्मण का किरदार कर रहे कृष्णा श्रीवास्तव दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकाम की पढ़ाई कर रहे हैं।

इसके साथ ही थियेटर में भी कला को और निपुण बना रहे। मुरादाबाद की रहने वाली परी त्यागी सीता का किरदार निभा रही हैं। पेशे से माडलिंग करने वाली परी को कई प्रमुख माडलिंग शो का हिस्सा रही हैं। रामलीला में रामेश्वरम स्थापना पर विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। रामलीला का लाइव प्रसारण इंटरनेट मीडिया पर किया जा रहा है।

नारद घमंड तोड़ने पर विष्णु जी को मिला श्राप

देवर्षि नारद की तपस्या व ब्रह्मचर्य कामदेव के नहीं तोड़ पाने पर घमंड हो गया था। विश्वमोहिनी को देखकर नारद मुनि मोहित हो गए थे। राजकुमारी को पाने की इच्छा में भगवान विष्णु की शरण में पहुंचे और उनसे समान सुंदर रूप पाने का वर मांगा।

नारद नहीं जानते थे कि भगवान विष्णु का एक वानर रूप भी है। हरि रूप लेकर नारद उस स्वयंवर में पहुंच गए। नारद को इस बात का विश्वास हो गया था कि हरि रूप को देखकर राजकुमारी उन्हीं के गले में वरमाला पहनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ राजकुमारी ने उन्हें छोड़ भगवान विष्णु के गले में माला डाल दी। नारद के रूप को देखकर जब सब लोगों ने उनकी हंसी उड़ाई तो उन्होंने सरोवर में जाकर अपना चेहरा देखा और उन्हें भगवान विष्णु पर क्रोध आया।

नारद ने भगवान विष्णु को श्राप दे दिया और कहा कि जैसे मैं स्त्री के लिए धरती पर व्याकुल था वैसे ही आप भी मनुष्य रूप में जन्म लेकर स्त्री के वियोग से व्याकुल होकर धरती पर भटकेंगे और उस समय आपकी वानर ही सहायता करेंगे। माना जाता है इसी श्राप से भगवान राम व सीता जी का वियोग हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डा. महेश शर्मा व विधायक पंकज सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। समिति के महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा व अध्यक्ष धर्मपाल गोयल ने सभी का स्वागत किया।

भगवान शिव ने पार्वती जी को सुनाई रामकथा

सेक्टर- 46 में श्री राम लखन धार्मिक लीला कमेटी की ओर से आयोजित रामलीला में गणेश पूजन और शिव भगवान द्वारा मां पार्वती को राम की कथा सुनाने तथा नारद मोह व रावण द्वारा अत्याचार एवं स्वयं की मुक्ति हेतु उपाय के लीला का मंचन किया गया। मौके पर रामलीला में पधारे मुख्य अतिथि भाजपा के एमएलसी नरेंद्र भाटी ने पूजा अर्चना के बाद रामलीला का शुभारंभ किया ।

नारद मोह से रावण जन्म लीला तक किया मंचन

सेक्टर-21ए स्थित स्टेडियम में संस्था के संरक्षक सांसद डा. महेश शर्मा, विधायक पंकज सिंह, महिला आयोग अध्यक्ष विमला बाथम व जिला पंचायत अध्यक्ष गौतमबुद्धनगर ने अमित चौधरी ने रामलीला का शुभारंभ किया। मौके पर गणेश पूजन, नारद मोह व रावण जन्मलीला का मंचन किया गया।


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