पहले कोरोना को हराया, अब दूसरों की जिंदगी बचाने सामने आ रहे लोग
चाइल्ड पीजीआइ में 800 से 900 यूनिट प्लाज्मा सुरक्षित रखने की व्यवस्था है। लेकिन यहां जरूरत के हिसाब से ही प्लाज्मा रखा जाएगा।
नोएडा, जागरण संवाददाता। आत्मबल से कोरोना को हरा जिंदगी से गमों को दूर करने वाले कोरोना के विजेता ने दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपना प्लाज्मा दान कर मदद को हाथ आगे बढ़ाए हैं। बुधवार को ने चाइल्ड पीजीआइ पहुंचकर दूसरे मरीजों की जान बचाने को अपना प्लाज्मा दान किया। अस्पताल के चिकित्सकों ने दानकर्ता का फूल-मालाएं पहनाकर स्वागत किया, वहीं प्लाज्मा लेने के बाद गिफ्ट देकर विदा किया। डॉक्टरों के अनुसार दान किए गए 500 एमएल प्लाज्मा से दो- दो कोरोना के मरीजों को जिंदगी बचाई जा सकती है।
ट्रांसफ्यूजन विभाग के डॉ. सत्यम अरोड़ा ने बताया कि सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन और ब्लड बैंक विभाग में प्लाज्मा दान का काम शुरू हो गया है। तीन दिन पहले ही आइसीएमआर की टीम ने चाइल्ड पीजीआइ का निरीक्षण कर प्लाज्मा थेरेपी से कोरोना मरीजों का उपचार करने को ट्रॉयल की अनुमति दी थी।
बुधवार को सेक्टर-135 स्थित एक गांव निवासी 32 वर्षीय संदीप कुमार ने चाइल्ड पीजीआइ पहुंचकर अपना प्लाज्मा दान किया। कोरोना विजेता को संस्थान की टीशर्ट दी गई। उन्होंने बताया कि दानकर्ता का 500 एमएल प्लाज्मा लिया गया है। इससे दो मरीजों की जान बचाई जा सकती है। यह 18 वर्ष से अधिक उम्र के मरीज को चढ़ाया जाएगा। बुधवार को प्लाज्मा दान करने पहुंचा कोरोना का विजेता अभी तक जिले में पहला प्लाज्मा दानकर्ता है।
चाइल्ड पीजीआइ में 900 यूनिट प्लाज्मा रखने की व्यवस्था
बताया गया कि चाइल्ड पीजीआइ में 800 से 900 यूनिट प्लाज्मा सुरक्षित रखने की व्यवस्था है। लेकिन यहां जरूरत के हिसाब से ही प्लाज्मा रखा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग से वार्ता कर सिर्फ 300 से 400 यूनिट प्लाज्मा रखने पर विचार किया गया है। लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोरोना मरीजों से संपर्क किया जा रहा है। उन्हें प्रेरित कर प्लाज्मा दान कराया जाएगा। अबतक जिले में 143 मरीज ठीक हो चुके हैं।