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समुद्र के बीच बनेगी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा, मोदी ने किया शिलान्यास

इसे अरब सागर में करीब डेढ़ ‌‌क‌िलाोमीटर अंदर 32 एकड़ में फैली चट्टान पर स्‍थापित किया जाएगा। यहां दस हजार लोग एक साथ घूम सकते हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 26 Dec 2016 12:29 PM (IST)Updated: Mon, 26 Dec 2016 02:45 PM (IST)
समुद्र के बीच बनेगी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा, मोदी ने किया शिलान्यास

नोएडा (प्रभात उपाध्याय)। 3600 करोड़ रुपये खर्च कर विश्व की सबसे ऊंची छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा मुंबई में समुद्र के बीच स्थापित होने वाली है। जिसे बनाएंगे नोएडा के पद्म विभूषण मूर्तिकार राम वी. सुतार बनाएंगे। आधार के साथ प्रतिमा की ऊंचाई 610 फुट होगी। इसका शिलान्यास शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं।

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मुंबई में समुद्र के बीच लगने वाली शिवाजी की प्रतिमा पूरी तरह मेड इन इंडिया होगी। यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी और इसकी कास्टिंग (ढलाई) भारत में ही होगी। हालांकि, संसाधनों के अभाव में अभी सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की कास्टिंग चीन में चल रही है। शिवाजी की प्रतिमा के डिजाइनर राम वी. सुतार मुंबई और गाजियाबाद में दो कास्टिंग यूनिट लगाने जा रहे हैं।

मार्च से वहां प्रतिमा के अलग-अलग हिस्सों की ढलाई होगी और आकार दिया जाएगा। कास्टिंग यूनिट से प्रतिमा के अलग-अलग हिस्से को मुंबई में समुद्र तक पहुंचाया जाएगा।

क्या है कास्टिंग

यहां प्रतिमा की ढलाई होती है और रंगाई-पुताई के बाद फाइनल लुक दिया जाता है। अभी भारत में बड़ी प्रतिमा की ढलाई के लिए ऐसी यूनिट नहीं है। यही वजह है कि सरदार पटेल की प्रतिमा की ढलाई चीन में करानी पड़ रही है।

122 मंजिल भवन पर स्थापित होगी प्रतिमा

शिवाजी की प्रतिमा करीब 22 मंजिल भवन पर स्थापित होगी। इसकी कुल ऊंचाई 615 फीट है। इसमें घोड़े के पैर से शिवाजी की तलवार तक की ऊंचाई 395 फीट है, जबकि प्रतिमा के बेस की ऊंचाई 220 फीट है। बेस में ही करीब 22 मंजिल इमारत होगी। इसमें म्यूजियम, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम व रेस्टोरेंट इत्यादि होंगे।

इसका डिजाइन महाराष्ट्र सरकार ने पास कर दिया है। मार्च 2017 से प्रतिमा बनाने का काम शुरू हो जाएगा। इसका समापन 19 फरवरी 2019 तक करना है। शिवाजी मेमोरियल की इस परियोजना पर 3600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

सुतार ने आधे-आधे फुट के छह सैंपल बनाए। इसे महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों को दिखाया गया। इसके बाद छह में से दो सैंपल को चुना गया और इसकी 25-25 फुट ऊंचाई की प्रतिमा बनाने को कहा गया। जब डमी बनकर तैयार हो गई तो इसमें से एक को पास कर दिया गया।

प्रतिमा के आधार में म्यूजियम, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, फूड कोर्ट सहित कई चीजें होगी। यहां आने वाले दर्शक इसका भरपूर आनंद उठा सकते हैं। कहीं न कहीं इससे टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा। मुंबई घूमने आने वाले लोगों को यहां कुछ नया देखने को भी मिलेगा।

इसे अरब सागर में करीब डेढ़ ‌‌क‌िलाोमीटर अंदर 32 एकड़ में फैली चट्टान पर स्थापित किया जाएगा। यहां दस हजार लोग एक साथ घूम सकते हैं। बता दें क‌ि 182 मीटर ऊंचा स्मारक गुजरात में सरदार पटेल का बन रहा है।


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