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Noida News: पैरामेडिकल छात्र की मौत पर फूटा साथियों का गुस्सा, जिम्स में जमकर हंगामा; सदमे में बेहोश हुए पिता

Noida News नोएडा में पैरामेडिकल छात्र की मौत पर साथियों का गुस्सा फूट पड़ा। साथियों ने कार्रवाई की मांग करते हुए धरना प्रदर्शन किया। वहीं गुस्साए छात्रों का आरोप है कि निजी अस्पताल ने कहा था कि संस्थान से पत्र लिखवा लें कि इलाज का खर्चा दिया जाएगा लेकिन जिम्स की ओर से कोई पत्र नहीं दिया गया। पढ़िए पूरा मामला क्या है?

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Fri, 06 Sep 2024 10:13 AM (IST)
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पैरामेडिकल छात्रा उपदेश भारती की मौत होने पर साथियों ने धरना प्रदर्शन किया। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में पैरामेडिकल छात्र उपदेश भारती की मौत होने पर साथियों ने धरना प्रदर्शन किया। उपदेश को दिल्ली के जीबी पंत अस्पताल में रेफर कर दिया गया था, जहां उनकी मौत हो गई।

उधर, उनकी मौत की खबर सुनते ही पैरामेडिकल छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। छात्रों ने ओपीडी पर्चा काउंटर, आयुष्मान काउंटर आदि को बंद कर दिया। बलिया जिले के गांव रेवती के रहने वाले उपदेश भारती जिम्स में डीएमएटी कोर्स में अंतिम वर्ष के छात्र थे। दो सितंबर की शाम को उनकी तबीयत बिगड़ गई।

जिम्स की ओर से कोई पत्र नहीं दिया गया

वहीं, सीटी स्कैन में दिमाग में एक रक्त का धब्बा बनने का पता चला। जिम्स में न्यूरो के इलाज की सुविधा नहीं होने के चलते उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 20 लख रुपये इलाज में खर्च बताया गया। निजी अस्पताल की ओर से कहा गया की संस्थान से पत्र लिखवा लें कि इलाज का खर्चा दिया जाएगा, लेकिन जिम्स की ओर से कोई पत्र नहीं दिया गया।

बलिया में किया जाएगा अंतिम संस्कार

इसके बाद उपदेश को जीबी पंत रेफर कर दिया गया। उपदेश के भाई निशांत भारती ने बताया कि भाई की मौत होने के बाद संस्थान की ओर से कोई जानकारी नहीं ली गई। उपदेश की मां की मौत पहले ही हो चुकी थी। पिता संतोष कुमार भारती भारतीय डाक सेवा से रिटायर हैं। वह बलिया में रहते हैं, जैसी उन्हें बेटे की मौत की खबर मिली तो वह बेहोश हो गए। उपदेश के शव को बलिया ले जाया गया है, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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जिम्स निदेशक डॉ. सौरव श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल में न्यूरो का इलाज नहीं है। इसकी जानकारी छात्र के स्वजन को दी गई थी। संस्थान की ओर से हर संभव मदद की गई थी। घटना दुखद है। अस्पताल में स्थिति सामान्य है।

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