Noida Unlock 1 Guidelines : अब कंटेन्मेंट जोन नोएडा में भी खुलेंगे औद्योगिक व वाणिज्यिक दुकानें
Noida Unlock 1 Guidelines जिलाधिकारी के बयान के बाद कंटेनमेंट जोन में आ रहे औद्योगिक व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को खोल दिया जाएगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Noida Unlock 1 Guidelines : दिल्ली से सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंटेनमेंट जोन के इंडस्ट्रियल और वाणिज्यिक संस्थान खोले जाने को लेकर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई (Gautam Budh Nagar District Magistrate Suhas LY) ने अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कंटेनमेंट जोन में आ रहे औद्योगिक व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को खोल दिया जाएगा। दरअसल, कंटेनमेंट जोन में उद्योगों को खोले जाने को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी ने उद्योग प्रतिनिधियों के साथ बैठक में साफ किया। इससे कंटेनमेंट जोन में इंडस्ट्रीज खोले जाने से उद्यमियों में खुशी छा गई है। बताया जा रहा है कि इसके बाद कंटेनमेंट जोन के इर्द-गिर्द बैरिकेड कर औद्योगिक ईकाई बाहर कर दिया जाएगा।
औद्योगिक सेक्टरों का बड़ी राहत, फेस वन की 2000 इकाइयां खुली
वहीं, औद्योगिक सेक्टर फेज-1 (सेक्टर-एक से 11) को कड़े नियमों व शर्तों के साथ सोमवार को खोल दिया गया। इससे क्षेत्र की करीब 2000 औद्योगिक इकाइयों को बड़ी राहत मिली है। संचालन शुरू करने से पहले जिलाधिकारी सुहास एलवाई के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट उमाशंकर सिंह ने औद्योगिक संगठन नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन को स्पष्ट किया है कि इकाइयों के संचालन के लिए कंटेनमेंट जोन में रहने वाले कर्मचारियों को कतई काम पर न बुलाएं। उद्यम संचालन में भारत सरकार की कोविड-19 गाइनलाइन का अनुपालन करना आवश्यक होगा। इकाइयों में प्रवेश/निवासी एवं कॉमन प्लेस पर थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड वास/सैनिटाइजर की व्यवस्था, संपूर्ण कार्य स्थल क्षेत्र में दरवाजे/हैंडल का निरन्तर सैनिटाइजेशन करना होगा। नौकरी करने आने-जाने वालों के लिए फेस कवर/ मास्क लगाना लगाना अनिवार्य रहेगा।
बता दें कि सोमवार को एनइए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन के नेतृत्व में उद्यमियों का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मिला था, जिसमें मल्हन ने औद्योगिक सेक्टर-5, 8, 9, 10 के आसपास हजारों की संख्या में अवैध झुग्गी-झोपड़ी से मिलने वाले संक्रमितों का मुद्दा उठाया था। इस क्षेत्र को प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। इससे सेक्टर-5, 8, 9, 10 की झुग्गियों से हटकर भीतरी सड़कों पर जो 2000 औद्योगिक इकाइयां हैं, वह भी बंद पड़ी हैं।
उन्होंने मांग की थी कि इन सेक्टरों में उद्योगों का खुलना बहुत आवश्यक है। डीम सुहास एलवाई के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट उमाशंकर सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त द्वितीय अरुण कुमार सिंह, एनइए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन के साथ मौके पर निरीक्षण करने गए। सिटी मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट के बाद कंटेनमेंट जोन में फंसी 95 फीसद औद्योगिक इकाइयों को खोल दिया गया हैं।