Noida: 300 करोड़ का ड्रग्स... 41 सवाल, जवाब एक 'आई एम इनोसेंट', मोबाइल का डाटा डिलीट; पुलिस कराएगी रिकवर
17 मई को पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री के भंडाफोड़ के दौरान पुलिस ने मौके से चार मोबाइल बरामद किए थे। चारों मोबाइल में पैटर्न लाक लगा हुआ था। इसको खुलवाने के लिए पुलिस ने चार आरोपितों इमैनुएल जान कोफी डेनियल अजूह व अजोकू उबाका को रिमांड पर लिया है।
ग्रेटर नोएडा, प्रवीण विक्रम सिंह। ड्रग्स फैक्ट्री संचालित करने के आरोप में रिमांड पर लाए गए चार विदेशी नागरिकों से पुलिस ने 41 सवाल पूछे है। हैरानी की बात है कि आरोपितों ने हर सवाल के बाद बस एक ही जवाब दिया है 'आई एम इनोसेंट' (मैं निर्दोषू हूं)। आरोपितों के इस बर्ताव से पुलिस को पूछताछ में दिक्कत हो रही है। विदेशी नागरिकों ने मोबाइल का डाटा भी डिलीट कर दिया है, पुलिस उसको जल्द ही रिकवर कराएगी। द्विभाषीय के जरिये विदेशी नागरिकों से पूछताछ के दौरान पुलिस को कोई विशेष जानकारी हाथ नहीं लगी है। मौके से मिले रजिस्टर व अन्य दस्तावेज के आधार पर पुलिस ने दिल्ली एनसीआर समेत कई अन्य राज्यों में छापेमारी की है। इस छापेमारी में एसटीएफ भी शामिल हो गई है। एसटीएफ ने मामले पर नजर बनाई हुई है। शासन स्तर से इस मामले की निगरानी की जा रही है।
दरअसल, 17 मई को पकड़ी गई ड्रग्स फैक्ट्री के भंडाफोड़ के दौरान पुलिस ने मौके से चार मोबाइल बरामद किए थे। चारों मोबाइल में पैटर्न लाक लगा हुआ था। इसको खुलवाने के लिए व मामले में अन्य जानकारी के लिए पुलिस ने चार आरोपितों इमैनुएल, जान कोफी, डेनियल अजूह व अजोकू उबाका को रिमांड पर लिया। रिमांड पर आए आरोपितों ने शुरूआत में मोबाइल पहचानने से इंकार किया। किसी तरह उसका लाक खुला तो पता चला कि धरपकड़ के दौरान ही आरोपितों ने मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया था। पुलिस डाटा रिकवर कराने के लिए मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजेगी। बीटा दो कोतवाली प्रभारी विनोद मिश्रा ने बताया कि आरोपित पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे है। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर केस की जांच की जा रही है।
अन्य पांच को भी रिमांड पर लिया जाएगा
जेल गए नौ आरोपितों ने पांच आरोपित ऐसे है जो कि वर्तमान में जेल में है। उनको भी जल्द ही रिमांड पर लिया जाएगा। वर्तमान में जिन चार आरोपितों से पूछताछ हो रही है। शुक्रवार को उनकी रिमांड अवधि पूरी हो रही है, उसके बाद उनको वापस जेल भेज दिया जाएगा।
दोस्त के जन्मदिन में आया था
आरोपित डेनियल अजूह ने पुलिस को जानकारी दी है कि वह दिल्ली में रहता था। ग्रेटर नोएडा में वह दोस्त के जन्मदिन में आया था। वहां पुलिस आ गई और उसको पकड़ ले गई।
यह है मामला
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर थीटाे दो स्थित तीन मंजिला मकान में चल रही अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स फैक्ट्री का पुलिस ने 16 मई की रात भंडाफोड़ किया था। मौके से अफ्रीकी मूल के नौ आरोपितों अनुडुम इमैनुएल, अजोकू उबाका, डेनियल अजूह, ड्रामेमोंड, लीवी जू, जैकेब एमिली, कोफी, चिडी जीयागवा, जोकू लेची को गिरफ्तार किया गया था। सभी नाइजीरिया के रहने वाले हैं। आरोपितों के कब्जे से 300 करोड़ की कीमत की 46 किलोग्राम ड्रग्स बरामद की गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने पहली बार ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप पकड़ी थी। ड्रग्स की सप्लाई विदेश के अलावा पंजाब, वडोदरा, मुंबई व गोवा में भी की जाती थी।