Noida Crime News: फर्जी आइडी पर सिम एक्टिवेट कर चीन भेजने वाले पांच आरोपितों से एक और खुलासा, एक HIV पाजिटिव, जानें डिटेल
Noida Crime News पांच आरोपित दो विदेशी भी शामिल- पुलिस को मोबाइल की जांच के दौरान हाथ लगे कई अहम सुराग एक साल में आरोपित के खाते से पांच करोड़ का हुआ लेन-देन ज्यादातर रकम चीन भेजी गई चीन के स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहा था आरोपित।
ग्रेटर नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। फर्जी आइडी पर एक्टिवेट (सक्रिय) सिम भारत से चीन व नाइजीरिया भेजने वाले पांच आरोपितों में एक एचआइवी पाजिटिव है। मोबाइल की जांच के दौरान पता चला है कि आरोपित का लखनऊ व दिल्ली में अलग-अलग अस्पताल में उपचार चल रहा था।
पूछताछ के दौरान यह भी पता चला है कि देह व्यापार के लिए लड़कियों को चीन से भारत लाया था। चीन के नागरिक भी इसमें शामिल हैं। देह व्यापार के लिए लाई जानी वाली लड़कियों के संपर्क में आने की वजह से ही आरोपित एचआइवी संक्रमित हुआ है। जेल में आरोपित को अलग बैरक में रखा गया है। वह भारत में रहकर चीन के स्लीपर सेल के रूप में काम कर रहा था।
नए तथ्य प्रकाश में आने के बाद कई अलग-अलग जांच एजेंसियों ने मामले पर नजर बना ली है। आरोपित के खाते से एक साल में पांच करोड़ का लेन-देन हुआ है। ज्यादातर रकम चीन के खातों में भेजी गई है। जैसे-जैसे केस की जांच आगे बढ़ेगी, कई और चौंकाने वाले तथ्य प्रकाश में आ सकते है।
दरअसल, दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग जिले गुरुग्राम, गौतमबुद्धनगर सहित कई अन्य में बड़ी संख्या में डांस बार व स्पा संचालित होते है। इनमें कार्य करने वाली अधिकतर लड़कियां विदेश की होती है। इस काम की आड़ में देह व्यापार का धंधा संचालित होता है। एक्टिवेट (सक्रिय ) सिम भारत से चीन भेजने वाले गिरोह के तार भी ऐसी लड़कियों से जुड़े है जो कि अलग-अलग डांस बार व स्पा में काम करती है।
नेटवर्क तोड़ना चुनौती
दिल्ली-एनसीआर में फैले चीन के नागरिकों के अवैध नेटवर्क को तोड़ना हर जिले की पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। बीते दिनों ग्रेटर नोएडा में भी चीन के नागरिकों का ऐसा अड्डा पकड़ा गया था जहां बार, पब, कैसिनो, हुक्का बार सहित कई अन्य अनैतिक कार्य एकसाथ किए जाते थे। अड्डा चीन का नागरिक जानसन संचालित कर रहा था।
यह है मामला
ग्रेटर नोएडा की एंटी आटो थेफ्ट टीम के प्रभारी जितेंद्र सिंह की टीम ने मंगलवार को पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था। आरोपित फर्जी आइडी पर एक्टिवेट सिम भारत से चीन व नाइजीरिया भेजते थे। सिम का प्रयोग साइबर ठगी व देश सुरक्षा संबंधी सूचना लीक करने में किया जाता है। पकड़े गए आरोपितों में दो विदेशी शामिल है।
आरोपितों के कब्जे से फर्जी आइडी पर खरीदे गए 730 सिम, 20 लाख की कीमत की 55 ग्राम अमेरिकी ड्रग्स (मेथाम्फेटामाइन क्रिस्टल एमडीएमए), 40 टेबलेट एमडीएमए, विदेशी वीड (गांजा) बरामद किया था। 730 सिम में से 279 सिम एक्टिवेट मिले थे। आरोपित ड्रग्स सप्लाई की आड़ में एक्टिवेट सिम का धंधा करते थे।