Noida Coronavirus: प्रतीक विस्ट्रिया सोसायटी में चार कोरोना मरीजों की मौत, कुल 132 संक्रमित
नोएडा के सेक्टर-77 स्थित प्रतीक विस्ट्रिया सोसायटी में चार संक्रमितों की मौत का मामला सामने आया है। मृतकों में तीन का विभिन्न अस्पतालों और एक महिला का होम आइसोलेशन के तहत उपचार चल रहा था। एओए पदाधिकारियों ने मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे दी है।
नोएडा [आशीष धामा]। नोएडा के सेक्टर-77 स्थित प्रतीक विस्ट्रिया सोसायटी में चार संक्रमितों की मौत का मामला सामने आया है। मृतकों में तीन का विभिन्न अस्पतालों और एक महिला का होम आइसोलेशन के तहत उपचार चल रहा था। एओए पदाधिकारियों ने मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दे दी है।
प्रतीक विस्ट्रिया सोसायटी के एओए जनरल सेक्रेटरी नितेश रंजन ने बताया कि एक संक्रमित टावर-ए और एक टावर-बी का निवासी था, जबकि महिला टावर-क्यू में होम आइसोलेट थी। मृतकों में एक 74 वर्षीय व्यक्ति था, इनकी कुछ दिनों पहले ही एंजियोप्लास्टी हुई थी, इनका ग्रुरुग्राम के एक अस्पताल में उपचार चल रहा था। दूसरे मृतक डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित थे, सफदरजंग अस्पताल में भर्ती थे। इनकी मौत शनिवार की रात हुई थी।
एक संक्रमित का ग्रेटर नोएडा स्थित यथार्थ अस्पताल में उपचार चल रहा था, इनकी मौत रविवार की शाम हुई है, इन्हें भी हाइपरटेंशन की बीमारी थी। वहीं, एक महिला ने होम आइसोलेशन में कोरोना से दम तोड़ दिया है। बताया गया कि सोसायटी में कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। अब तक 132 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। कई होम आइसोलेशन के तहत उपचाराधीन है तो कुछ का कोविड अस्पतालों में उपचार चल रहा है। कोरोना से एक साथ चार मौत होने के बाद सोसायटी के लोगाें में दहशत का माहौल बना है।
अंतिम निवास स्थान पर 16 शवों का हुआ दाह संस्कार
अंतिम निवास स्थान व स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में बड़ा अंतर है। सूत्रों के मुताबिक रविवार को सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास स्थान पर 16 कोरोना संक्रमितों का दाह संस्कार किया गया है। इनमें चार पुरुष व 11 महिलाएं शामिल है। उधर, स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में रविवार को सिर्फ तीन लोगों की मौत बताई गई है। स्वास्थ्य रिपोर्ट में आंकड़ों के खेल से लोगों में आक्रोश भी पनप रहा है।
प्रतीक विस्ट्रिया सोसायटी में तीन लोगों की मौत की जानकारी मिली है। जानकारी को पोर्टल पर अपलोड किया गया है। होम आइसोलेशन में कोई मौत नहीं हुई, इसकी पड़ताल कर ली गई है।
डॉ. दीपक ओहरी, मुख्य चिकित्साधिकारी