सीएम योगी की मौजूदगी में हस्तांतरित होगी नोएडा एयरपोर्ट की जमीन, शिलान्यास को लेकर चल रही तैयारी
एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए छह गांव की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। नागरिक उड्डयन विभाग इस जमीन की लीज नियाल को कर चुका है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए नियाल इस जमीन को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सौंपने जा रही है।
ग्रेटर नोएडा [अरविंद कुमार मिश्र]। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अधिगृहीत जमीन 31 जुलाई को विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को हस्तांतरित की जाएगी। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में विकासकर्ता कंपनी को जमीन पर एयरपोर्ट निर्माण, संचालन के लिए चालीस साल का लाइसेंस दिया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) व विकासकर्ता कंपनी के अधिकारी हस्ताक्षर करेंगे। इसके बाद मास्टर प्लान स्वीकृत होते ही एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास बेहद नजदीक आ चुका है। अगले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एयरपोर्ट की आधारशिला रख सकते हैं। इससे पहले अंतिम चरण की औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए छह गांव की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। नागरिक उड्डयन विभाग इस जमीन की लीज नियाल को कर चुका है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए नियाल इस जमीन को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सौंपने जा रही है। जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में संपन्न होगी। इसके लिए नियाल अधिकारी शुक्रवार को ही लखनऊ पहुंच जाएंगे। अगस्त के पहले सप्ताह में एयरपोर्ट से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी। यमुना प्राधिकरण व नियाल बोर्ड से मास्टर प्लान स्वीकृत होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारी
एयरपोर्ट के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, यमुना प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर सिंह रन्हेरा पुलिस चौकी के लिए जमीन चिह्नित कर चुके हैं। जहां शिलान्यास कार्यक्रम व प्रधानमंत्री सभा होगी। प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय होते ही मौके पर काम शुरू हो जाएगा।
यमुना प्राधिकरण एवं नियाल के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए अधिगृहीत जमीन शनिवार को विकासकर्ता कंपनी को हस्तांतरित की जाएगी। विकासकर्ता कंपनी जमीन पर एयरपोर्ट का निर्माण एवं संचालन करेगी।