अंतिम पड़ाव पार होते ही नोएडा एयरपोर्ट के रनवे से उड़ान भरेंगे विमान, घरेलू और कार्गो सेवा को मिली मंजूरी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो से घरेलू और कार्गो विमान सेवा के लिए मंजूरी मिल गई है। अब केवल डीजीसीए की अनुमति का इंतजार है। यह एयरपोर्ट उत्तर भारत की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा और इलेक्ट्रॉनिक्स कृषि व दुग्ध उत्पादों के निर्यात में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इंडिगो और अकासा एयरलाइंस ने इसे अपना बेस बनाने के लिए अनुबंध किया है।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमान सेवा संचालन के लिए दो दिन पहले ही एक अहम पड़ाव पार हुआ है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने घरेलू व कार्गाे विमान सेवा के लिए नोएडा एयरपोर्ट को अपना अप्रूवल दिया है। अंतिम पड़ाव के तौर पर अभी महानिदेशालय नागर विमानन की अनुमति मिलना ही शेष बचा है। इसके बाद नोएडा एयरपोर्ट से घरेलू और कार्गो विमान सेवा शुरू करने में कोई बाधा नहीं होगी।
उत्तर भारत की आर्थिक गतिविधि को मजबूत करने के लिए नोएडा एयरपोर्ट को अहम माना जा रहा है। यात्री सेवाओं के साथ यह एयरपोर्ट कार्गो सेवा के लिए भी अहम कड़ी होगी। यहां से इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों के अलावा कृषि, दुग्ध उत्पाद भी दुनिया के काेने-कोने तक पहुंगे। इसलिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमान सेवा के संचालन शुरू होने पर हर किसी की निगाह लगी गई है।
कई दौर के निरीक्षण के बाद पंद्रह सितंबर को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूराे ने सुरक्षा मानकों पर संतुष्टि जताते हुए एयरपोर्ट से घरेलू व कार्गो सेवा के लिए अपना अप्रूवल दे दिया। दुनिया में डीएक्सएन कोड के नाम से पहचाने जाने वाले नोएडा एयरपोर्ट को अब महानिदेशालय नागर विमानन से एयरो ड्रोम लाइसेंस मिलने का इंतजार है। इसके लिए डीजीसीए की टीम एयरपोर्ट का जल्द निरीक्षण कर सकती है। एयरपोर्ट को इंडिगो व अकासा एयरलाइंस पहले ही अपना बेस बनाने के लिए अनुबंध कर चुकी है।
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