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Noida: फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शत्रु संपत्ति का उठाया 94 लाख का मुआवजा, मामले की नहीं हो रही जांच

मुख्यमंत्री के सख्त आदेश के बाद भी शत्रु संपत्तियों के मामले को प्रशासन के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जेवर के तिरथली गांव में शत्रु संपत्ति का फर्जी कागज तैयार करा यमुना विकास प्राधिकरण से 94 लाख रुपये का मुआवजा उठा लिया गया।

By Jagran NewsEdited By: Abhi MalviyaPublished: Tue, 29 Nov 2022 07:18 PM (IST)Updated: Tue, 29 Nov 2022 07:18 PM (IST)
Noida: फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर शत्रु संपत्ति का उठाया 94 लाख का मुआवजा, मामले की नहीं हो रही जांच
फर्जी कागज तैयार कराकर यमुना विकास प्राधिकरण से 94 लाख रुपये का मुआवजा उठाया गया। (सांकेतिक तस्वीर)

नोएडा, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री के सख्त आदेश के बाद भी शत्रु संपत्तियों के मामले को प्रशासन के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जेवर के तिरथली गांव में शत्रु संपत्ति का फर्जी कागज तैयार करा यमुना विकास प्राधिकरण से 94 लाख रुपये का मुआवजा उठा लिया गया। अन्य संपत्ति पर भी कब्जे का प्रयास चल रहा है। पूर्व में हुई शिकायत की जांच में फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आ चुका है। लगातार की जाने वाले शिकायत के बाद भी अधिकारी जांच की बात कहकर पिछले लंबे समय से मामले को फाइलों में दबाए हुए हैं।

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2014 में उठाया आठ बीघा जमीन का मुआवजा

जिले में बरौला, शाहबेरी, हाजीपुर, जेवर व कुछ अन्य स्थानों पर शत्रु संपत्ति है। शत्रु संपत्ति पर आस-पास के लोग कब्जा कर हैं। नियम के तहत शत्रु संपत्ति का मालिक कस्टोडियन विभाग होता है। जेवर के गांव तिरथली में दस बीघा से अधिक शत्रु संपत्ति है। जांच में मिला था कि यह जमीन खुरशेद आलम व आलमगीर खां की थी। वह 1948 से 1950 के बीच पाकिस्तान चले गए थे। गांव के एक व्यक्ति ने 1983 में असिस्टेंट कस्टोडियन इवैक्यूई लखनऊ कार्यालय कागज बनवाया। बाद में जमीन को अपने नाम दर्ज करा लिया। 2014 में यमुना विकास प्राधिकरण से आठ बीघा जमीन का लगभग 94 लाख रुपये मुआवजा उठा लिया।

जांच के बाद होगी कार्रवाई

इसके बाद ग्रामीण मंसूर अहमद के द्वारा की गई शिकायत के बाद जांच हुई। जांच में कस्टोडियन विभाग का कागज फर्जी पाया गया है। तहसीलदार ने रिपोर्ट दी कि मामला संदेहास्पद है। सब कुछ प्रकाश में आने के बाद भी कार्रवाई की बजाए मामला फाइलों में ही दबा हुआ है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है कि मामले की पूरी जांच करा कार्रवाई होगी।

बरौला की जमीन पर भी चल रहा कब्जे का प्रयास

बता दें कि जिले के बरौेला में भी शत्रु संपत्ति की करोड़ों रुपये की जमीन है। इस जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है, जिसपर वह भवन का निर्माण भी कर रहे थे। शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए निर्माण बंद कर भवन सील कर दिया गया है। 

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