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मेट्रो में प्‍लास्‍टिक लेकर आने वालों के लिए जरूरी खबर, नहीं मिलेगी एंट्री

Plastic Ban in Metro मेट्रो के सफर के दौरान अगर आप प्‍लास्‍टिक की पानी की बोतल या किसी प्रकार की प्‍लास्‍टिक को लेकर सफर करते हैं तो आपको मेट्रो स्‍टेशन पर प्रवेश नहीं मिलेगा।

By Prateek KumarEdited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 04:49 PM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 04:49 PM (IST)
मेट्रो में प्‍लास्‍टिक लेकर आने वालों के लिए जरूरी खबर, नहीं मिलेगी एंट्री
मेट्रो में प्‍लास्‍टिक लेकर आने वालों के लिए जरूरी खबर, नहीं मिलेगी एंट्री

नोएडा, जेएनएन। Plastic Ban in Metro: अगर आप मेट्रो से सफर करते हैं यह आपके लिए जरूरी खबर है। मेट्रो के सफर के दौरान अगर आप प्‍लास्‍टिक की पानी की बोतल या किसी प्रकार की प्‍लास्‍टिक को लेकर सफर करते हैं तो आपको मेट्रो स्‍टेशन पर प्रवेश नहीं मिलेगा। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Noida Metro Rail Corporation) ने इसके लिए पूरी तैयारी भी कर ली है।

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सिंगल यूज प्‍लास्‍टिक से आजादी के खिलाफ मुहिम

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती लोगों के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक से आजाद होने का संकल्प लेकर आई है। इस कड़ी में बुधवार को नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) ने मेट्रो स्टेशन पर प्लास्टिक के साथ सफर करना प्रतिबंधित कर दिया है। प्लास्टिक की बोतल व पॉलिथीन होने पर स्टेशन पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।

प्‍लास्‍टिक गारबेज डिस्‍पोजल मशीन की हुई शुरुआत

इसके अलावा सेक्टर 51 मेट्रो स्टेशन पर प्लास्टिक गारबेज डिस्पोजल मशीन को शुरू किया गया। इसका उद्घाटन आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने किया। इस मौके पर एनएमआरसी की सीईओ रितु माहेश्वरी भी मौजूद रहीं।

जागरूकता के लिए मिलेगा जूट बैग

इस मशीन में प्लास्टिक की बोतल व पॉलीथिन डालने पर लोगों को जूट का बैग दिया जाएगा। वहीं, सेक्टर 76, सेक्टर 142, नॉलेज पार्क-2 व परीचौक स्टेशन पर पॉलिथीन व बोतल देने पर जूट बैग देने की सुविधा शुरू की गई है।

ऐसा करने पर मिलेगा जूट बैग

सिंगल यूज प्लास्टिक को रोजमर्रा के इस्तेमाल में पूरी तरह से बंद करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पहल शुरू की गई है। ऐसे में लोगों को सामान लाने ले जाने के लिए कपड़े या जूट के थैले की जरूरत पड़ेगी। एनएमआरसी की ओर से सेक्टर 51 मेट्रो स्टेशन पर लगी मशीनों से ये जरूरत पूरी हो सकेगी। इस मशीन में दो बॉक्स बने हुए हैं। 10 प्लास्टिक की बोतल (एक लीटर क्षमता) या फिर 20 पॉलिथीन (6बाई10 इंच) की डाली जा सकेंगी। इनके डालते ही एक कूपन मशीन से निकलेगा। इस कूपन को वहां बैठे कर्मी को देने पर जूट का बैग मिलेगा।

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