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Greater Noida: प्लास्टिक के दाने बनाने वाली फैक्ट्री में लगी भीषण आग, दमकल की 12 गाड़ियों ने पाया आग पर काबू

Greater Noida ईकोटेक वन के प्लॉट नंबर 348 फेक्ट्री में देर रात भीषण आग लग गई । फैक्ट्री में प्लास्टिक के दाने से विभिन्न समान बनाने का काम होता है। सूचना मिलने पर दमकल की कई गाड़िया मौके पर पहुंच गई।

By Jagran NewsEdited By: Pradeep Kumar ChauhanPublished: Sat, 26 Nov 2022 04:17 PM (IST)Updated: Sat, 26 Nov 2022 04:17 PM (IST)
Greater Noida: प्लास्टिक के दाने बनाने वाली  फैक्ट्री में लगी भीषण आग,  दमकल की 12 गाड़ियों ने पाया आग पर काबू
Greater Noida: आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया जा रहा है।

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ईकोटेक औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में शुक्रवार देर रात लगभग साढ़े बारह बजे आग लग गई। आग पर काबू पाने में फायर विभाग के 12 वाहनों को दस घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी। लगभग 60 गाड़ी पानी से आग बुझाई गई। आग के कारण कोई जनहानि नहीं हुई। भीषण आग से फैक्ट्री में रखा अधिकतर माल जलकर राख हो गया।

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जांच में मिला कि फैक्ट्री में आग बुझाने के उपकरण सही नहीं थे और पानी की व्यवस्था नहीं थी। विभाग के कर्मचारियों ने शनिवार सुबह लगभग दस बजे तक आग पर काबू पाया। आग के कारण लगभग एक करोड़ रुपये तक के नुकसान की संभावना व्यक्त की जा रही है।

ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र के भूखंड नंबर 348 में अजय जैन की एक फैक्ट्री है। फैक्ट्री में प्लास्टिक के दाने से प्लास्टिक की चादर बनाने का काम किया जाता है। फैक्ट्री में रात-दिन काम चलता है, 40 कर्मचारी काम करते हैं। शुक्रवार रात लगभग साढ़े बारह बजे मोटर में शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। कर्मचारियों ने आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।

घटना की सूचना फायर विभाग को दी गई। सूचना मिलने के बाद फायर विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। भीषण आग को देखते हुए विभिन्न फायर स्टेशन से अन्य गाड़ियां भी बुलाई गई। कुछ देर में ही 12 गाड़ियां पहुंच गई। फैक्ट्री में पानी की व्यवस्था नहीं थी। ऐसे में फायर वाहनों ने पास की एसेंट पेंट व अन्य फैक्ट्रियों से पानी लिया। पूरी फैक्ट्री में प्लास्टिक का माल फैला हुआ था, कुछ ही देर में आग ने अधिकतर माल को अपनी गिरफ्त में लिया।

आग की लपटें इतनी अधिक थी आस-पास की दूसरे फैक्ट्रियों में भी आग फैलने का खतरा पैदा हो गया। बगल की फैक्ट्रियों में आग न फैले इसे देखते हुए अन्य फैक्ट्री वालों को सचेत किया गया। साथ ही फैक्ट्री में किनारे की तरफ पानी की बौछार अधिक की गई। आग बुझाने का सिलसिला रात लगभग पौने एक बजे शुरू हुआ जो शनिवार सुबह लगभग दस बजे तक चला।

  • आग बुझाने के उपकरणों में कमी होने के कारण फैक्ट्री संचालक को पूर्व में ही नोटिस जारी किया था। बावजूद संचालक ने कोई काम नहीं कराया था। लगभग दस घंटे में आग पर काबू पाया, कोई जनहानि नहीं हुई। प्रदीप कुमार, सीएफओ गौतमबुद्ध नगर

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