UP: चुनाव प्रचार में इस्तेमाल की जाती थी दिल्ली-एनसीआर से चोरी होने वाली लग्जरी गाड़ियां
दिल्ली एनसीआर से चोरी होने वाली गाड़ियों को 12 राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान प्रयोग किया जाता था। किसी को शक न हो इस वजह से गाड़ियों की फर्जी आरसी तैयार की जाती थी। एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह को मिली सूचना से इस बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।
नोएडा [प्रवीण विक्रम सिंह]। सेक्टर 58 कोतवाली क्षेत्र से पकड़े गए आठ चोरों का नेटवर्क इतना बड़ा है कि उसे तलाशने में पुलिस को सालों लग जाएंगे। दिल्ली एनसीआर से चोरी होने वाली गाड़ियों को 12 राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान प्रयोग किया जाता था। किसी को शक न हो, इस वजह से गाड़ियों की फर्जी आरसी तैयार की जाती थी। गिरोह में शामिल व वर्तमान में फरार शेख मोहम्मद इलियास का गुजरात की कई सेकेंड हैंड मार्केट में संपर्क है व कई गिरोह से भी संपर्क है। उसी संपर्क से गाड़ियां देश के अलग-अलग कोने में भेजी जाती थी।
वहीं एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह को मिली सूचना से इस बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। गौर सिटी से चोरी हुई एक स्कार्पियो का जब पुलिस ने पीछा करना शुरू किया तो वह गाड़ी नोएडा के सेक्टर 70 पीजी पर आकर रूकी। वही पीजी जिसमें कुलदीप रहता था। गाड़ी में जीपीएस लगा था। पुलिस ने भी होशियारी दिखाई वहां तीन दिन तक खड़े होकर गाड़ी को देखती रही। पीजी पर पुलिस किराएदार बन कर पहुंची और चुपके से की गई
पूछताछ में कहा गया कि पीजी में रहने वाला कुलदीप हमेशा नई गाड़ी लेकर आता है। पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि पीजी पर आकर रूकी स्कार्पियो लावारिश हालत में जरूर मिली है, लेकिन इसका पीजी से कनेक्शन है। सोमवार रात कुलदीप वहां पहुंचा और स्कार्पियो लेकर शॉप्रिक्स मॉल डीलिंग करने के लिए पहुंचा था, तभी पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। कुलदीप बिना पुलिस सत्यापन के पीजी में रह रहा था।
वहीं ग्रेटर नोएडा में चावल व्यापारी से गन पॉइंट पर बदमाशों ने 13 लाख रुपये लूट लिए। पीड़ित गाजियाबाद का रहने वाला है। उसने बताया कि दो मोटरसाइकिल सवार चार बदमाशों ने घटना को अंजाम दिया है।
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